-होंडा सिटी कार के अज्ञात चालक के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा

-पोस्टमार्टम हाउस के सामने लेकर लगाया जाम

-परिजनों ने नौकरी और भरणपोषण के खर्चे की मांग की

मथुरा: यमुना एक्सप्रेस वे शनिवार रात को हुई सड़क दुर्घटना में मृतक के पुत्र ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के काफिले में शामिल होंडा सिटी गाड़ी के अज्ञात चालक के खिलाफ थाना मांट में रिपोर्ट दर्ज कराई है। साथ ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर सड़क पर घायल अवस्था में पड़े चे बच्चों को अनदेखा कर मौके से चले जाने की तोहमत मढ़ी गई है। इधर, रविवार को पोस्टमार्टम हाउस के सामने मृतक के परिजनों और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और मृतक आश्रित को नौकरी और भरण-पोषण के इंतजाम की मांग को लेकर जाम लगा दिया।

तहरीर में आगरा के का¨लदी विहार निवासी अभिषेक नागर बताया कि शनिवार को उनके पिता रमेश नागर, 8 वर्षीय छोटा भाई पंकज, 12 वर्षीय बहन संदली बाइक (बजाज सीटी 100) संख्या यूपी 80 डीजे 5603 यमुना एक्सप्रेसवे होकर गांव जावरा में एक शादी-समारोह में जा रहे थे। जैसे ही उनकी बाइक यमुना एक्सप्रेसवे के कट पर आई, तभी तेजी और लापरवाही से केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी का काफिला गुजर रहा था। जिसमें से गाड़ी संख्या डीएल 3 सी बीए 5315 होंडा सिटी ने जोर से टक्कर मार दी। जिसमें वादी के पिता रमेश नागर की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि भाई पंकज और बहन संदली घायल हो गईं। इसके बाद होंडा सिटी गाड़ी को छोड़कर उसका चालक भाग गया। मौके पर पड़े दोनों घच्यल बच्चों को अनदेखा कर स्मृति ईरानी गाड़ी में बैठकर निकल गईं। बाद में पुलिस ने घच्यल बच्चों को जिला अस्पताल भेजा। अब दोनों घायलों का आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है। तहरीर में यह बताया कि होंडा सिटी गाड़ी का नंबर घच्यल बच्चों ने पहचान लिया था। इधर, रविवार दोपहर करीब 12 बजे मृतक रमेश नागर के परिजन और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने पोस्टमार्टम हाउस के सामने जाम लगा दिया। उन्होंने स्मृति ईरानी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने, मृतक के एक आश्रित को नौकरी देने और आश्रितों के भरण-पोषण की व्यवस्था करने की मांग की। स्मृति ईरानी के खिलाफ नारेबाजी की। जाम से मथुरा-आगरा मार्ग पर वाहनों की कतार लग गई। सीओ सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी और थाना सदर बाजार एसओ प्रदीप कुमार जाम स्थल पर पहुंच गए। इस दौरान राहगीरों की एनएसयूआई कार्यकर्ताओं से हल्की तकरार हुई। काफी देर तक लोग जाम में फंसे रहे। सीओ ने मृतक के परिजनों को हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिया, तब ही कहीं जाकर जाम खुल सका।