आगरा.(ब्यूरो) ठंडी हवाएं चलने से नेसल कंजेशन होता है, इससे सर्दी-जुकाम बनता है और तेजी से निमोनियां में तब्दील हो सकता है। सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज के के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ। नीरज यादव बताते हैं कि सर्दी में एयर पॉल्यूशन से भी बच्चों को एलर्जी भी हो रही है। इसके साथ ही इस मौसम में इंफ्लुएंजा भी एक्टिव हो जाता है और बच्चों में रेस्पिरेटरी इंफेक्शन होने के चांस भी होते हैं। इसलिए बच्चों को इस मौसम में बच्चों का विशेष ख्याल रखने की जरुरत है।

कोविड से बचाव भी जरूरी

सर्द मौसम के साथ कोविड-19 से बचाव करना भी जरूरी है। क्योंकि जब बच्चे बीमार होंगे तो उनकी इम्युनिटी कमजोर होगी। ऐसे में कोविड-19 का संक्रमण होने का खतरा भी बढ़ जाता है। कोविड-19 के संक्रमण काल में निमोनियां ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है.इसलिए कोविड-19 से बचाव के उपायों का पालन जरूर करें। कोविड-19 के संक्रमण से खुद को बचाने के लिए हाथों को नियमित रूप से धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सेनेटाइजर का उपयोग करें।


बच्चों में लक्षण पहचानकर डॉक्टर से करें संपर्क

सांस तेज लेना, घरघराहट आदि भी निमोनिया का संकेत हो सकते हैं, निमोनिया के आम लक्षणों में खांसी, सीने में दर्द, बुखार और सांस लेने में मुश्किल आदि होते हैं। उल्टी होना, पेट या सीने के निचले हिस्से में दर्द होना, कपकपी, शरीर में दर्द, मांसपेशियों में दर्द भी निमोनिया के लक्षण है। 5 साल से कम उम्र के ज्यादातर बच्चों में निमोनिया होने पर उन्हें सांस लेने तथा दूध पीने में भी दिक्कत होती है और भी सुस्त हो जाते हैं बच्चों की इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे इसलिए जन्म के तुरंत बाद बच्चे को मां का पहला गाढ़ा दूध जिसे कोलेस्ट्रम कहते हैं अवश्य पिलाना चाहिए।

निमोनिया के लक्षण
-सांस लेने या खांसने पर सीने में दर्द
- खांसी जो कफ पैदा कर सकती है
- बुखार पसीना और कपकपी ठंड लगना
- मितली उल्टी या दस्त
- सांस लेने में परेशानी
- सामान्य शरीर के तापमान से कम
- बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए ये करें उपाय
-गर्म कपड़े पहनाएं
-बच्चों को खुद से एक लेयर ज्यादा कपड़े पहनाएं
-कान जरूर बांधे
-पैरों में जूते और मोजे अवश्य पहनाएं
-बच्चों को सीधी हवा से बचाएं
-बच्चों को खुली गाड़ी पर सफर न कराएं
-रात में बच्चों को कंबल उड़ाते रहें, उनके चेहरे को न ढकें


सर्दी में बच्चों नेसल कंजेशन, एलर्जी, निमोनियां, इंफ्लुएंजा की समस्या हो सकती है। ऐसे मौसम में बच्चों में रैस्पिरेटरी इंफेक्शन होने का भी खतरा है। इसलिए बच्चों को सर्दी से बचाएं। उन्हें गर्म कपड़े पहनाकर रखें। उन्हें सीधी हवा न लगने दें।
-डॉ। नीरज यादव, बाल रोग विशेषज्ञ, एसएनएमसी