- मालदेवता स्थित राजकीय महाविद्यालय मेंआयोजित कार्यक्रम में सीएम के आने से पहले हंगामा

- कार्यकत्र्ताओं ने दी मर्यादा में रहने की नसीहत, विधायक काऊ ने कहा-औकात में रहो

देहरादून: रायपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ और कार्यकत्र्ताओं के एक धड़े के बीच मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को रायपुर क्षेत्र में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पहुंचने से कुछ देर पहले विधायक और भाजपा जिलाध्यक्ष श्मशेर सिंह पुंडीर समेत कुछ कार्यकत्र्ताओं के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हुई। मामला इस कदर बढ़ा कि विधायक कार्यक्रम स्थल से चले गए। हालांकि बाद में वह कार्यक्रम में लौट आए। हंगामे का वीडियो दिनभर वायरल होता रहा।

विधायक पर लगाया आरोप

रायपुर विधानसभा क्षेत्र में कार्यकत्र्ताओं के एक धड़े और विधायक के बीच चल रही तनातनी अब सतह पर आने लगी है। पिछले माह कार्यकत्र्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष से विधायक की शिकायत कर उपेक्षा का आरोप लगाया था। इससे पहले जुलाई में विधायक से नाराज कार्यकत्र्ताओं ने बैठक भी की थी.माना जा रहा है कि इसके पीछे वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। मामले को टिकट की दावेदारी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

मालदेवता स्थित महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बतौर मुख्य अतिथि व उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत को विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होना था।

हुई तीखी नोकझोंक

मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले विधायक काऊ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। कुछ कार्यकत्र्ताओं को देख विधायक ने कहा कि उनके विरोधी आयोजन स्थल पर क्या कर रहे हैं। इस पर भाजपा जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर, रायपुर ब्लाक के ज्येष्ठ उप प्रमुख इतवार चंद्र रमोला और जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह चौहान ने विरोध किया। इस पर दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक होने लगी। विधायक ने आरोप लगाया कि कुछ कार्यकत्र्ता उनके बैनर-पोस्टर फाड़कर अपने पोस्टर लगा रहे हैं। कहा कि ये लोग उन्हें विधायक तक मानने को तैयार नहीं। दूसरी ओर कार्यकत्र्ताओं ने विधायक को मर्यादा में रहने की नसीहत दे डाली। इसके बाद मामला बढ़ गया और विधायक ने यहां तक कह दिया कि 'औकात में रहें'। विधायक काऊ ने वहां खड़े काबीना मंत्री धन सिंह रावत से कहा कि यदि उन्होंने इन कार्यकत्र्ताओं को बुलाया है तो उन्हीं से कार्यक्रम करवा लें और वहां से चले गए।

हाथ मलते रह गए काबीना मंत्री

विधायक और कार्यकर्ताओं के बीच चल रहे हंगामे के दौरान काबीना मंत्री धन सिंह रावत वहीं खड़े थे, लेकिन वे मूक दर्शक की भूमिका में रहे। उन्होंने न तो विधायक को शांत कराया और न ही कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान वह केवल हाथ मलते रहे।

हाई कमान से की विधायक की शिकायत

शाम को जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर के नेतृत्व में कार्यकत्र्ता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व महामंत्री संगठन अजेय से मिले। उन्होंने दोनों नेताओं को ज्ञापन सौंप देकर विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।