फिरोजाबाद: डेंगू की बेकाबू स्थिति देख मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी डाक्टरों के अवकाश निरस्त कर दिए हैं। अवकाश लेने पर भी आगामी आदेश तक रोक लगा दी है। जिले में डेंगू वायरस ने दस्तक को एक महीने पहले ही दे दी थी। विभागीय स्तर से कराई जांच में 23 लोगों में डेंगू की पुष्टि पहले ही हो चुकी थी। विभाग इस सच्चाई को तो छिपाता ही रहा, रोकथाम के लिए भी कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए। शनिवार को शासन को भेजी गई रिपोर्ट में इस हकीकत से परदा उठ गया।

भाई के बाद बहन की भी मौत

शहर के अंबेडकर नगर नई आबादी रेहना निवासी रामू शंखवार की 14 बेटी साधना की मौत बुखार के कारण शनिवार को हो गई। 21 अगस्त को साधना के भाई राज की भी मौत बुखार से हुई थी।

डेंगू के लक्षण

-तेज बुखार आना, सिर दर्द।

-शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना

- रक्त में प्लेटलेट काउंट तेजी से गिरना

डेंगू की जांच

डेंगू एनएस-1 एंटीजन टेस्ट: एंटीजन टेस्ट की प्रामाणिकता 96 फीसद होती है। एक बार में एक ब्लड सेंपल का ही टेस्ट होता है। जांच रिपोर्ट तीस मिनट में आ जाती है। प्राइवेट लैब में पांच सौ रुपये में जांच होती है।

एलाइजा टेस्ट: इसकी प्रामाणिकता 99-100 फीसद होती है। एक बार में अधिकतम 95 सेंपल की जांच की जा सकती है। पांच घंटे में जांच रिपोर्ट आ जाती है। प्राइवेट लैब तीन हजार रुपये का चार्ज लिया जाता है।

डेंगू प्रभावित क्षेत्र में ये होता है

- संक्रमित व्यक्ति के घर और आसपास फांगिग कराई जाती है।

-सफाई के बाद जलभराव क्षेत्र में एंटी लार्वा का छिड़काव