आगरा: आईसीआईसीआई बैंक से फर्जी दस्तावेजों की मदद से पांच करोड़ रुपए का लोन लेने वाले गिरोह के तार अन्य जिलों से भी जुड़े होने की आशंका है। पुलिस को बैंककर्मी आर्यन के अलीगढ़, फीरोजाबाद और एटा में संपर्क होने का पता चला है। पुलिस मामले में फरार आर्यन कुमार, ¨रकी समेत अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

एसटीएफ ने 29 अगस्त को दो शातिरों को किया था गिरफ्तार

एसटीएफ ने 29 अगस्त को संजय प्लेस से संदीप शर्मा और अरुण पाराशर निवासी नगला अजीता को गिरफ्तार किया था। दोनों आईसीआईसीआई बैंक के कर्मचारी आर्यन कुमार की मदद से फर्जी दस्तावेजों की मदद से पांच करोड़़ रुपये का लोन ले चुके थे। आरोपियों से फर्जी रजिस्ट्री,नगर निगम, विकास प्राधिकरण, शिक्षा विभाग के दस्तावेज व 19 मुहरें मिली थीं। गिरोह ने बैंक से लोन लेने के लिए करीब 40 लाख रुपये के स्टांप खरीदे थे, जिससे मकानों की फर्जी रजिस्ट्री तैयार कर सकें। पुलिस का मानना है कि जिस तरीके से गिरोह काम कर रहा था, उससे उनके तार अन्य जिलों से भी जुड़े हो सकते हैं। जेल भेजे गए आरोपियों ने पुलिस को अलीगढ़, फीरोजाबाद और एटा के लोगों के भी गिरेाह के संपर्क में होने की जानकारी दी थी। मामले में आर्यन कुमार, मनोज, निशांत, नीरज कुमार की पुलिस को तलाश है। इंस्पेक्टर हरीपर्वत अर¨वद कुमार ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।