-मरीज मिलने पर संपर्क में आए लोगों की होगी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग

-कंटेनमेंट जोन की तरह लगाए जाएंगे कैंप

आगरा। आगरा और आसपास के जनपदों में रहस्यमयी बुखार का प्रकोप है। हर घर में लोग बीमार हो रहे हैं। फिरोजाबाद जनपद में तो डेंगू का इतना अधिक प्रकोप है कि बुखार आने पर जांच की जा रही है उसमें 90 परसेंट मरीजों को डेंगू की पुष्टि हो रही है। आगरा में भी अब तक दो मरीज मिल चुके हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए आगरा के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीज के मिलने पर अपनाई जाने वाली स्ट्रेटजी का ही पालन किया जाएगा।

मरीज मिलने पर होगी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग

जिस तरह से कोरोना के मरीज मिलने पर उसके संपर्क में आए मरीजों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाती थी, उसी तरह से डेंगू का मरीज मिलने पर मरीज के संपर्क में आए 50 लोगों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाएगी। इसी प्रकार से कोरोना मरीज के आसपास कंटेनमेंट जोन बनाकर घरों में मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की जाती थी, उस तरह से डेंगू के मरीज के घर के आसपास के 50 घरों में स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे करेगी। यदि कोई व्यक्ति बीमार होगा उसे वहां पर दवा दी जाएगी और लक्षणों के आधार पर जांच की जाएगी। इसके साथ ही जहां डेंगू का मरीज मिला है उस गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा हेल्थ कैंप लगाया जाएगा।

डेंगू मरीजों का डाटा किया जाएगा एकत्रित

जिस तरह से कोरोना के मरीजों का जनपद स्तर पर डाटा मेंटेन किया जाता है, ठीक उसी प्रकार से डेंगू के मरीजों का भी स्वास्थ्य विभाग डाटा एकत्रित करेगा। इसके लिए सीएमओ डॉ। अरुण कुमार श्रीवास्तव ने जनपद की समस्त पैथौलॉजी को संदिग्ध डेंगू के मरीजों की रक्त जांच का एलाइजा टेस्ट के द्वारा पुष्टि कराने के लिये मेडिकल कॉलेज भेजने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद सभी मरीजों की लाइन लिस्टिंग कर स्वास्थ्य विभाग जारी कंट्रोल रूम 0562- 2600412 पर कॉल करने जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। ताकि डेंगू के मरीजों का एक्चुअल डाटा इकट्ठा किया जा सके और उन्हें सही उपचार मिल सके।

पानी उबालकर पीने की अपील की

सीएमओ ने जनता से अपील की है कि वे इस वक्त उबालकर ही पानी पिएं। दूषित पानी पीने से तबियत खराब हो सकती है। आमतौर पर बारिश के दिनों में पाइपलाइन टूट जाती हैं। इनसे आना वाला पानी दूषित हो सकता है। इसलिए दूषित पानी को पीने से तबियत खराब हो सकती है।

वर्जन

सभी पैथोलॉजी को को संदिग्ध डेंगू के मरीजों की रक्त जांच का एलाइजा टेस्ट द्वारा पुष्टि कराने के लिये मेडिकल कॉलेज भेजने के निर्देश दिए हैं। जिन क्षेत्रों में डेंगू या चिकनगुनियां के मरीज मिल रहे हैं वहां शासन के निर्देशानुसार कार्यवाही की जा रही है।

-डॉ। अरुण कुमार श्रीवास्तव, सीएमओ

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ये अपनाई जा रही स्ट्रेटजी

-डेंगू मरीज मिलने पर उसके संपर्क में आए 50 लोगों के ब्लड सैंपल लेकर जांच की जाएगी।

-मरीज के घर के आसपास के 50 घरों का स्वास्थ्य सर्वे किया जाएगा।

-मरीज के घर के आसपास स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्थ कैंप लगाए जाएंगे।

-सभी मरीजों का डाटा स्वास्थ्य विभाग एकत्रित करेगा। इसके लिए सभी लैब को स्वास्थ्य विभाग को सूचित करने के निर्देश दे दिए गए हैं।

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घरों के आसपास रखें सफाई

सीएमओ डॉ। अरुण कुमार श्रीवास्तव ने लोगों से अपील की है कि वे अपने आस पास सफाई रखें। घरों में कूलर फ्रिज के पास, गमले के नीचे रखी प्लेट, पशु-पक्षियों के पानी पीने बर्तन, फ्रिज के पीछे, छतों पर रखे कबाड़, पुराने टायर में भरे पानी को साफ करें। ताकि डेंगू का मच्छर न पनपे।

इन बातों का रखें ध्यान

-बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें।

-सरकारी अस्पताल अथवा सीएचसी या पीएचसी पर जाकर ब्लड की जांच कराएं।

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