41 लोगों में मंगलवार को मिला कोरोना वायरस

19 लोगों में बुधवार को हुई पुष्टि

08 लोग गुरूवार को हुए पॉजिटिव

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पिछले तीन दिनों के आंकड़ों से सामने आई ¨चताजनक तस्वीर

आगरा : कोरोनावायरस के पॉजिटिव केस आगरा में तेजी से आ रहे हैं। पिछले तीन दिन में लगभग हर घंटे कोरोनावायरस के पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। पिछले तीन दिन में 68 कोरोनावायरस के पॉजिटिव केस मिले हैं। गुरूवार को भी 8 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मंगलवार को 41 लोगों में कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया। इसके बाद बुधवार को 19 लोगों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला।

एक और हेल्थ केयर वर्कर पॉजिटिव

गुरूवार को आई रिपोर्ट में एक और हेल्थ केयर वर्कर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नर्स एटा के निधौलीकला की रहने वाली है और आगरा में जॉब करती है। आगरा में अब तक 30 से ज्यादा हेल्थकेयर वर्कर्स में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला है। इसके अलावा 45 वर्षीय यमुना ब्रिज, मेहताब बाग निवासी में संक्रमण की पुष्टि हुई है। मरीज को सीवियर एक्यूट रैस्पिरैटरी इंफेक्शन के ¨सपटम्स मिले थे, यानि सांस लेने में फेफड़ों में तकलीफ हो रही थी। मरीज को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ही एडमिट कर लिया गया था और शाम को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके अलवा सुल्तानगंज की पुलिया निवासी 59 वर्षीय पुरुष, विजय नगर कॉलोनी निवासी 25 वर्षीय पुरुष, शांति सिनेमा के नजदीक, जगदीशपुरा निवासी 62 वर्षीय पुरुष, कौशलपुर वाल्मीकि बस्ती निवासी 27 वर्षीय पुरुष और मस्ता की बगीची निवासी 25 वर्षीय पुरुष में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।

एसएन की लैब में डेली हो रही जांच

एसएन मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में बनी लैब में भी अब डेली 90 से 100 सैंपल्स की जांच हो रही है। 11 अप्रैल को शुरू हुई इस लैब में एक सप्ताह तक 45 सैंपल्स की डेली जांच की जा रही थी। लेकिन अब इसे 90 से 100 सैंपल डेली की जांच तक पहुंचाया गया है। माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की हेड ऑफ द डिपार्टमेंट डॉ। आरती अग्रवाल बताती हैं कि हम लगातार काम कर रहे हैं। हमारे पास सैंपल आने के 6 से 7 घंटे के भीतर हम रिपोर्ट दे देते हैं।

क्वॉरंटीन सेंटर में लापरवाही

नांदलपुर हाथरस रोड स्थित हेरिटेज पब्लिक स्कूल को क्वॉरंटीन सेंटर बनाया गया है। इसमें 19 अप्रैल को 20 कोरोना सस्पेक्ट्स को क्वॉरंटीन किया गया। स्कूल के मैनेजर का कहना है कि इनमें से 2 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिला प्रशासन द्वारा न तो स्कूल में कोई दवा का छिड़काव किया गया है और न ही सुरक्षा के अन्य इंतजाम किये गए हैं। स्कूल का चौकीदार स्कूल परिसर में ही परिवार सहित रहता है। यहां पर क्वॉरंटीन किये गए लोगों की देखरेख के लिए कोई व्यक्ति तैनात नहीं किया गया है। इस पर स्कूल ने जिला प्रशासन से कई बाद शिकायत कर दी है लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं की गई है। पुलिस वाले भी चौकीदार को ही क्वॉरंटीन किये गए लोगों का खाना दे जाते हैं। इससे चौकीदार के परिवार और आसपास के लोगों में कोरोनावायरस फैलने का भय व्याप्त है।

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आईएमए ने की सैंपल कलेक्शन सेंटर बढ़ाने की मांग

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इस बीच सैंपल कलेक्शन सेंटर बढ़ाने की मांग की है। आईएमए आगरा के प्रेसीडेंट डॉ। रवि मोहन पचौरी ने कहा है कि कोरोना सस्पेक्ट्स के सैंपल हॉटस्पॉट क्षेत्रों में ही ले लिए जाएं और वहीं से जांच के लिए भेज दिये जाएं। इससे कोरोना सस्पेक्ट को जिला अस्पताल तक का सफर तय नहीं करना पड़ेगा और इससे वायरस के प्रसार का खतरा भी कम होगा। आईएमए प्रेसीडेंट का यह भी कहना है कि एसएन मेडिकल कॉलेज में 24 घंटे चलने वाली फ्लू ओपीडी में भी सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे यहां पर आने वाले पेशेंट्स में कोरोना के सैंपल लेने की जरूरत दिखे तो उसका सैंपल वहीं लिया जा सके और वहीं से उसे क्वॉरंटीन सेंटर या आइसोलेशन वार्ड में भेजा जा सके।

जिला अस्पताल में डेली 200 लोग आते सैंप¨लग के लिए

जिला अस्पताल में डेली 200 से ज्यादा कोरोना सस्पेक्ट्स अपनी जांच कराने आते हैं। यहां पर सभी की स्क्री¨नग करने के बाद इसमें एवरेज 150 लोगों के सैंपल लिए जाते हैं। जिला अस्पताल में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक सैंपल लिए जाते हैं। जब पेशेंट्स् ज्यादा होते हैं तो सैंपल लेने की प्रक्रिया देर रात तक भी चलती है। ऐसे में यहां पर आने वाले कोरोना सस्पेक्ट्स को यहां घंटो इंतजार करना होता है। यहां आने वाले हर सस्पेक्ट कोरोना पॉजिटिव नहीं होता है। लेकिन यहां पर डेली लगभग 30 सस्पेक्ट्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है। ज्यादा बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने से भी कोरोनावायरस का प्रसार हो सकता है।

ज्यादा टेस्ट करने की तैयारी

कोरोनावायरस से निपटने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने ज्यादा टे¨स्टग की नीति बनाई है। इसके लिए आने वाले टाइम में ज्यादा लोगों के सैंपल लेकर उनकी जांच की जाएगी। इसके लिए ताज के पूर्वी गेट स्थित आईसीएमआर के जालमा इंस्टीट्यूट में कोरोनावायरस के सैंपल की जांच करने के लिए लैब बनाई जा रही है। वहां पर डेली 500 सैंपल्स की जांच हो सकेगी। इसके साथ ही एसएन मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की लैब में भी अब टे¨स्टग की रफ्तार बढ़ाई है। यहां पर अब 90 से 100 सैंपल्स के टेस्ट हो रहे हैं। अभी सैंपल लेने के लिए एक ही सेंटर है। ज्यादा सैंपल भी इसी सेंटर में लिए जाएंगे तो वायरस के प्रसार का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए हेल्थ डिपार्टमेंट को सैंपल सेंटर्स को बढ़ाने चाहिए।

ये होना चाहिए सैंपल सेंटर में

-जिस स्थान पर सैंपल लिए जा रहे हैं, वहां पर प्रॉपर वेंटीलेशन होना चाहिए। इसके साथ ही यहां पर सोशल डिस्टें¨सग का पूरा ख्याल रखना जरूरी है।

-हर 15 सैंपल के बाद सैंपल लेने वाले कमरे में मॉ¨पग होनी चाहिए। ताकि वहां पर वायरस यदि हो तो मर सके।

-इसके साथ ही मॉ¨पग करने के बाद उस स्थान को आधे घंटे के लिए खाली छोड़ देना चाहिए।

-क्योंकि जब किसी का सैंपल लिया जाता है तो उसके नाक और मुंह में एक कॉटन बड डाली जाती है। इससे उसे तेजी से छींक आती है और छींक का स्वैब कमरे में एक से डेढ़ मीटर तक फैलता है। इस कारण सैंपल सेंटर अपने आप में हाइली इंफेक्टेड एरिया बन जाता है।

-इसलिए यहां पर टाइम टू टाइम मॉ¨पग होनी चाहिए।

वर्जन

फिलहाल जिला अस्पताल में सैंपल लिए जा रहे हैं। जहां जरूरत होती है वहां पर भी सैंपल लिए जाते हैं। अब तक हमने फतेहपुर सीकर, एसआर हॉस्पिटल जैसे हॉटस्पॉट पर जाकर भी सैंपल कलेक्ट किये हैं। आइसोलेशन वार्ड में एडमिट पेशेंट्स के सैंपल वहीं लिये जाते हैं। आगे जरूरत पड़ने पर सैंपल सेंटर बढ़ाए जाएंगे।

-डॉ। मुकेश कुमार वत्स, सीएमओ

जिला अस्पताल में लिए गए सैंपल

22 अप्रैल 145

21 अप्रैल 173

20 अप्रैल 250

19 अप्रैल 147

18 अप्रैल 232

17 अप्रैल 184

16 अप्रैल 190