-साथियों के साथ मिलकर दिया हत्या की वारदात को गला

-रेखा राठौर ने उधार दी रकम का किया था भाई संतोष तगादा

आगरा। ताजनगरी के कूंचा साधुराम में सामूहिक हत्याकांड की वारदात को अंजाम देने वाली घटना का छह दिन बाद खुलासा कर दिया। फुफेरे भाई संतोष ने अपने दो साथी अंशुल और धीरू वाल्मीकि के साथ मिलकर रेखा और उसके तीन बच्चों की कैंची से गला काटकर हत्या की थी। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फरार एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है।

हत्या के बाद आरोपियों ने की थी लूट-पाट

थाना कोतवाली क्षेत्र के कूंचा साधुराम में 22 जुलाई को ईद के अवसर पर रेखा राठौर और उसके तीन बच्चे पारस, टुकटुक और माही के शव खूद में लथपथ मिले थे। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में 21 जुलाई को हत्या की पुष्टि की गई थी। चारों की हत्या श्वांस नली को काटकर की गई थी। जिसमें पारस और बेटी माही को बैड पर ही मार दिया गया था। जबकि रेखा और टुकटुक को अलग कमरे में मारा था। कातिलों ने 12 से एक बजे के बीच हत्या को अंजाम देने के बाद घर में लूटपाट की, उन्होंने घर में रखे पांच लाख रुपए भी लूट लिए, जो रेखा ने फ्लैट खरीदने के लिए रखे थे। इसकी जानकारी संतोष को थी, क्योंकि संतोष के साथ रेखा ने मकान व दिल्ली में फ्लैट खरीदने की प्लांिनंग शेयर की थी।

घर के खरीदार बनकर पहुंचे थे कातिल

रेखा अपने रुपए मांगने के लिए संतोष से तगादा करती थी। संतोष ने रोज-रोज के तगादे से छुटकारा पाने के लिए साथियों के साथ मिलकर रेखा को ठिकाने लगाने की प्लांिनंग तैयार की। फुफेरा भाई संतोष अक्सर रेखा के घर आता जाता था। वहीं एक्टिवा की बकाया रकम भी संतोष पर शेष थी। रेखा ने संतोष को अपना घर बेचने के लिए कहा था। बुधवार को करीब 12.15 बजे संतोष अपने दो साथी अंशुल और धीरू वाल्मीकि के साथ रेखा के घर पहुंचा था, उस समय रेखा पूजा कर रही थी, वहीं दो बच्चे माही और पारस सो रहे थे। कातिलों ने रेखा का पूजा करते समय गला काट दिया था।

कमरे में पहुंचे टुक-टुक को उतारा मौत के घाट

कातिल मामा संतोष जिस में समय रेखा की कैंची से गलाकाट कर हत्या कर रहा था, उसी समय अचानक टुकटुक को कमरे में पहुंच गया। कातिलों ने टुकटुक को वहीं दबोच लिया और श्वांस नली काटकर मौत के घाट उतार दिया। इससे कुछ ही देर पहले टुकटुक बाहर से समौसे लेकर आया था। रेखा ने चाय भी बनाई थी, जिसमें कातिलों ने नशीला पदार्थ मिलाने की भी बात स्वीकार की है।

भाई से तगादा करना बना हत्या का कारण

आईजी रेंज नवीन आरोरा के अनुसार रेखा के फुफेरे भाई संतोष का उसके घर आना जाना था। रेखा ने संतोष को किसी कार्य के लिए दो लाख रुपए उधार दिए थे। वहीं 9 महीने पहले रेखा ने अपनी एक्टिवा संतोष को बचने के लिए दी थी।

वारदात के बाद नोएडा घूमने निकले हत्यारे

पुलिस गिरफ्त में आए संतोष राठौर ने बताया कि उसने कर्ज से छुटकारा पाने के लिए वारदात को अंजाम दिया था। रेखा और उसके बच्चों की हत्या के बाद संतोष अपने साथियों के साथ चित्रकूट और नोएडा घूमने निकल गया था। संदिग्ध लगने पर पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की थी, वापस लौटने पर मामले का खुलासा हुआ।

इस तरह पुलिस को मिली कातिल की जानकारी

पुलिस ने पहले दिन ही संतोष और उसके दो साथियों को सीसीटीवी कैमरे में आते जाते देखा था, लेकिन इस बात को शेयर नहीं किया था, आसपास के लोग और परिजनों से पूछताछ पर रेखा के घर संतोष के आने जाने की जानकारी थी, पुलिस ने सीसीटीवी फुटैज और सीडीआर डिटेल खंगाली, जिसमें पुष्टि के बाद संतोष से पूछताछ की गई, संदिग्ध लगने पर कड़ी पूछताछ में आरोपी ने हत्या का राज खोला।

पीएम रिपोर्ट में नहीं हुई विषाक्त की पुष्टि

पकड़े गए कातिलों ने रेखा और टूकटुक की चाय में नशीला पदार्थ मिलाने की बात कही है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।

इस तरह रहा सामुहिक हत्याकांड का घटनाक्रम

-बुधवार 21 जुलाई को दोपहर 12.15 बजे दिया हत्या को अंजाम

-4.20 बजे तक घर में रहे तीनों कातिलों ने की लूट-पाट

-गुरुवार 22 जुलाई को पुलिस को मिली सामूहिक हत्याकांड की खबर

-23 जुलाई को सुनील राठौर और पुजारी टिंकू शर्मा से की गई पूछताछ

-24 जुलाई को जुनैद, प्रीति और सहित तीन अन्य का नाम आया सामने

-25 जुलाई को पूछताछ में किसी को नहीं दी पुलिस ने क्लीनचिट

-26 जुलाई को पुलिस टीम और एलआईयू ने आसपास के लोगों से की पूछताछ

-27 जुलाई को संतोष ने साथियों के साथ स्वीकारी हत्या के बाद लूट की वारदात

-दोपहर एक बजे आईजी रेंज ने एसएसपी मुनिराज जी के साथ किया खुलासा

वर्जन

कोतवाली हत्याकांड के मामले में पुलिस ने रेखा के फुफेरे भाई संतोष को गिरफ्तार किया है। वारदात को अंजाम देने पहले संतोष ने अपने दो साथी अंशुल और घीरू वाल्मीकि के साथ कैंची से हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।

नवीन अरोरा, आईजी रेंज