-स्पाइन संबधी रोगों के पेशेंट्स में हो रहा इजाफा, इम्युनिटी पर पड़ रहा असर

आगरा। कोविड-19 के कारण लोगों की लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल गई है। अब कोविड-19 से बचाव के कारण लोगों का घर से निकलना कम हो रहा है और फिजिकल एक्टिविटी भी काफी कम हो गई है। इस प्रकार की सिडंट्री लाइफस्टाइल से भी हमें काफी खतरा है। इससे शरीर की इम्युनिटी कम होती है और कई अन्य बीमारियां आपको अपना शिकार बना सकती हैं। ऐसे में यदि आपको फिर भी कोविड-19 का संक्रमण हो जाता है तो ये और घातक हो सकता है।

कम होती है इम्युनिटी

लॉकडाउन के समय हम सभी की फिजिकल एक्टिविटी पूरी तरह बंद हो गई थी। अनलॉक होने के बाद युवा और कामगार तो अपने घरों से बाहर वापस अपने काम पर आ गए हैं लेकिन बच्चे और बुजुर्ग अब भी घर के अंदर हैं। युवा भी वर्क फ्रॉम होम या कोविड से बचाव के कारण ज्यादा फिजिकली एक्टिव नहीं हैं। अब उनका ज्यादातर समय फोन पर, लैपटॉप पर काम करते हुए या टीवी देखते हुए गुजर रहा है। इससे उनके स्पाइन के कर्व डिस्टर्ब हो रहे हैं। इससे गर्दन दर्द, जोड़ों में अकड़न, कमर दर्द, चक्कर आने जैसी समस्याएं हो रही हैं। इससे लोगों का वजन भी बढ़ रहा है। फिजियोथेरेपिस्ट डॉ। जेएस इंदौलिया बताते हैं कि कोविड-19 के बाद ऐसे पेशेंट्स की संख्या में दो गुने तक इजाफा हुआ है। लोगों के कंधों के जाम होने की समस्या भी काफी ज्यादा आ रही है। उन्होंने बताया कि सिडेंट्री लाइफस्टाइल के कारण लोगों में वीकनेस आ रही है, इसके साथ ही उनकी इम्युनिटी भी कमजोर हो रही है। ऐसे में पेशेंट के बीमार होने से चांस भी बढ़ जाते हैं।

कोविड-19 का संक्रमण होने पर खतरा

सिडेंट्री लाइफस्टाइल के कारण लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो रही है। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। उन्हें घर पर रहकर ही कुछ न कुछ फिजिकल एक्टिविटी करने की जरूरत है। ताकि उनकी बॉडी फिट रहे और उन्हें कोई मानसिक तनाव भी न हो और शरीर में इम्युनिटी बनी रहे। सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज के डॉ। अजीत सिंह चाहर बताते हैं कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव करना जरूरी है। इसके लिए मास्क पहनना, फिजिकल डिस्टेंस का पालन करना और हाथों को साफ रखना तो जरूरी है ही, इसके साथ ही इम्युनिटी को मजबूत बनाए रखना भी जरूरी है। डॉ। इंदौलिया बताते हैं कि कोविड से बचाव के साथ-साथ लोगों को अपनी बिगड़ती लाइफस्टाइल पर भी ध्यान देना होगा। उन्हें घर पर रहकर ही डेली स्ट्रेचिंग इत्यादि करनी चाहिए। समय पर सोना चाहिए, ज्यादा देर तक मोबाइल और लैपटॉपर के सामने समय न बिताएं। आंखों पर प्रभाव पड़ता है और तनाव भी बढ़ता है। बुजुर्ग ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें, इससे उन्हें सांस की समस्या नहीं होगी।

वर्जन

कोविड-19 के कारण बिगड़ते लाइफस्टाइल से लोगों में स्पाइन से संबधित समस्याएं बढ़ गई हैं। गर्दन दर्द, कमर दर्द, सिर दर्द, चक्कर आना इत्यादि के पेशेंट्स की संख्या में दो गुने तक इजाफा हुआ है। इससे पेशेंट्स की इम्युनिटी पर भी फर्क पड़ता है। इसलिए घर पर रहकर ही एक्सरसाइज करते रहना चाहिए।

-डॉ। जेएस इंदौलिया, फिजियोथेरेपिस्ट

ये हो रही समस्याएं

-गर्दन दर्द

-कमर दर्द

-चक्कर आना

-बुजुर्गो में सांस लेने में तकलीफ होना

-डिप्रेशन, तनाव

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ऐसे करें बचाव

-घर पर रहकर एक्सरसाइज करें

-बुजुर्ग ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें

-युवा स्ट्रेचिंग करें