आगरा। जोन में साइबर क्राइम को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने मजबूत प्लान तैयार किया है, जिसमें एडीजी जोन द्वारा शहर में एक्टिव समाजसेवी और एनजीओ संचालकों की लिस्ट तैयार की जा रही है, जो शहर और देहात के इलाकों साइबर क्राइम की जानकारी देंगे।

अवेयरनेस करेगी क्राइम कंट्रोल

एडीजी जोन राजीव कृष्ण का कहना है कि साइबर क्राइम की वारदातों की रोकथाम के लिए अवेयर होना बहुत जरूरी है। जिस तरह से गांव और शहर में लोग ठगी की घटनाओं का शिकार हो रहे हैं, उन बातों को कई बाद सोशल मीडिया के जरिए टीवी चैनल से जानकारी दी गई है, लेकिन इसके बाद भी एक के बाद एक ठगी के मामले सामने आ रहे हैं।

इन बातों पर करना होगा फोकस

साइबर क्राइम से बचने के लिए साइबर सेल एक्सपर्ट विजय तोमर द्वारा जानकारी दी गई है, जिसमें मोबाइल फोन पर आने वाला ओटीपी शेयर करने से लोगों के खाते में रकम निकल रही है। वहीं मोबाइल फोन पर आने वाले लिंक को क्लिक करने से भी खाते से रुपए निकल रहे हैं। ऐसे में अवेयर होने पर ही इस तरह के क्राइम को कंट्रोल किया जा सकता है।

तेजी से बढ़ रहा साइबर क्राइम

साइबर क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। रेंज थाने का शुभारंभ करीब एक वर्ष पहले किया गया है, पिछले वर्ष साइबर क्राइम के अंतर्गत एक लाख से अधिक रुपए की ठगी के चौदह मामले दर्ज कि ए गए हैं, जबकि जनवरी से अब तक सात मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं जिला साइबर सेल में 255 मामले ठगी और धोखाधड़ी के सामने आए हैं।

वर्जन

साइबर क्राइम को कंट्रोल करने के लिए अवेयर होना बहुत जरूरी है। ऐसे में पुलिस गांव और शहर में लोगों के अवेयर करने के लिए अभियान चलाएगी। इसमें सामाजिक संस्थाओं की मदद भी ली जाएगी।

राजीव कृष्ण, एडीजी जोन

साइबर क्राइम की स्थिति

- पिछले वर्ष रेंज में आने वाले साइबर क्राइम के केस

14

-जनवरी से लेकर अब तक आए क्राइम के मामले

07

-जिला साइबर सेल में दर्ज किए गए मामले

252