आगरा। बताया जा रहा है कि बेटी राधा खाना बनाने जा रही थी। सिलेंडर खत्म हो गया तो नया सिलेंडर लगाकर चूल्हा जला रही थी। तभी पाइप निकल गया और उसने आग पकड़ की। आग लगते ही वह बाहर की ओर चीखती हुई भागी। लेकिन तब तक पूरे किचन में आग लग गई। घरवाले सभी बाहर की ओर दौड़े। थोड़ी देर में ही सिलेंडर फट गया।

आग बुझाने के नहीं ठोस इंतजाम
सूचना पर शहीद नगर पुलिस ओर फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंच गई। आग पर काबू पाया। फ्लैट में रहने वाले परिवारों ने बताया कि इस मल्टीस्टोरी इमारतों में आग बुझाने के कोई ठोस उपाय नहीं है। आग से लाखों रुपए का नुकसान बताया जा रह है।


शहर में आग के मुहायने पर मल्टीस्टोरी बिल्डिंग, एक्सपायर सिस्टम
आगरा। शमसाबाद रोड स्थित एवी रेजीडेंसी में खाना बनाते समय सिलेंडर फट गया। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया, वहीं फ्लैट में फायर विभाग द्वारा एनओसी नहीं ली गई थी, इस तरह शहर में दर्जनों मल्टीस्टोरी बिल्डिंग ऐसी हैं, जहां बिना फायर विभाग की एनओसी के बिना लोग इन बिल्डिंगों में रह रहे हैं। लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

दर्जनों बिल्डिंगों में एक्सपायर सिलेंडर
शहर मेें सैकड़ों मल्टीस्टोरी बिल्डिंग हैं, इसमें लाखों लोग रहते हें। ऐसे में एवी रेजीडेंसी में एक्सपायर फायर सिलेंडर मिले, फ्लैटों में रहने वाले लोगों ने सिलेंडर फटने की घटना के बाद इसे बड़ी लापरवाही बताया है। वहीं ताजगंज थाना क्षेत्र की सिल्वर बैली ताजनगरी फेस-2 में एक्सपायर सिलेंडर लगे हैं, वहीं ओमश्री सिल्वर बैली में भी फायर विभाग की एनओसी नहीं ली गई है। लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

लोग फंसे तो रेस्क्यू करना होगा मुश्किल
शहर में 100 से ज्यादा मल्टीस्टोरी इमारतें हैं। इनमें से किसी इमारत में आग लगने की स्थिति उसे काबू करने और वहां फंसे लोगों को रेस्क्यू करना मुश्किल होगा। मल्टीस्टोरी इमारतों में आग बुझाने के लिए शहर दो दशक में मल्टीस्टोरी इमारतों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इन इमारतों में अग्निकांड होने की स्थिति में फायर ब्रिगेड के पास पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।

आखिर जिम्मेदार कौन?
-इमारतों में क्यों नहीं हैं फायर सेफ्टी डिवाइज
-फायर डिपार्टमेंट से क्यों नहीं ली जाती एनओसी
-आवागमन के लिए सिड्डी और लिफ्ट की सुविधा
-फ्लैटों में कार्य करने वाले लोगों पर नहीं हैं आईडी


शहर में मल्टीस्टोरी बिल्डिंगों में फायर सिस्टम को चेंकिग के लिए अभियान चलाया जाएगा, जहां मानक पूरे नहीं पाए गए वहां कार्रवाई की जाएगी।
अक्षय रंजन शर्मा, सीएफओ