आगरा। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बाद चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ ने डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल को पूरी क्षमता के साथ खुलने के निर्देश दे दिए हैं। इसको देखते हुए सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज में बने कोविड हॉस्पिटल को अब पूरी क्षमता से दोबारा शुरू किया जा रहा है। आइसोलेशन वार्ड में सभी बेड, आईसीयू को शुरू किया जा रहा है।

रिजर्व में रखेंगे वेंटिलेटर

एसएनएमसी में अब गंभीर पेशेंट्स आगरा सहित बाहर के जनपदों से भी आ रहे हैं। इसको देखते हुए यहां पर जरूरी दवाओं और मशीनों को अरेंज किया जा रहा है। ज्यादातर मशीनें और दवाएं मंगाई जा चुकी हैं, लेकिन आगे भी इसकी कोई कमी न पड़े। इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। एसएन मेडिकल कॉलेज में गंभीर पेशेंट्स के लिए वेंटिलेटर को शुरू किए जा रहे है। एसएन में 150 वेंटिलेटर की सुविधा अवेलेबल होगी। कोरोना के ज्यादा गंभीर पेशेंट्स के लिए आईसीयू में 140 बेड किए जा रहे हैं। 10 वेंटिलेटर रिजर्व में भी रखे जाएंगे। बीते साल मार्च में कोविड वार्ड बनाए जाने के समय मात्र 20 वेंटिलेटर ही थे। एमसीएच बिल्डिंग में बने कोविड हॉस्पिटल में बने आईसीयू में 90 वेंटिलेटर की सुविधा की जा रही है। अभी यहां 40 वेंटिलेटर लगे हुए हैं। इसमें 50 बेड और बढ़ाकर वेंटिलेटर स्थापित किए जा रहे हैं।

बंद हो गया था कोविड हॉस्पिटल

जनवरी में कोरोना के केस जीरो होने के बाद कोविड हॉस्पिटल को बंद कर दिया गया था। उस वक्त हॉस्पिटल में रखे सभी बेड और वेंटिलेटर को रिजर्व रख दिया गया था। हॉस्पिटल की बिल्डिंग को सेनेटाइज कराया जा रहा था। इसके साथ खराब हो चुके वॉशरूम इत्यादि को भी दुरुस्त किया जा रहा था। लेकिन अब कोरोना के केस मिलने के बाद इसे फिर से पहले की तरह शुरू किया जा रहा है।

नए स्ट्रेन से लड़ने की चुनौती

कोविड-19 के नए स्ट्रेन के आगरा में पेशेंट्स मिल चुके हैं। दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन और यूके स्ट्रेन के साथ न्यू म्यूटेंट स्ट्रेन के पेशेंट्स भी आगरा में मिल चुके हैं.वे सभी ठीक हो गए हैं। डॉ। संजय काला ने बताया कि बीते कुछ दिनों में पहले से ज्यादा गंभीर पेशेंट्स आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीते दिनों हमारे यहां पर दो गंभीर पेशेंट्स आए दोनों को वेंटिलेटर पर एडमिट करना पड़ा। उन्होंने बताया कि यदि कोविड केस बढ़ते हैं तो गंभीर मामले बढ़ सकते हैं। लेकिन एसएन मेडिकल कॉलेज सभी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार है।

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जरूरी दवाईयों का हो रहा स्टॉक

कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए एसएन मेडिकल कॉलेज में संक्रमित मरीजों के इलाज में उपयोग होने वाली दवाओं का पर्याप्त भंडारण कर लिया गया है। यहां करीब 1.60 लाख टैबलेट जमा हैं। कोरोना वायरस के पेशेंट्स के इलाज में रेमडेसिविर, पैरासिटामोल, आइवरमेक्टिन, एजिथ्रोमाइसिन, डॉक्सीसाइक्लिन, विटामिन सी, जिंक, विटामिन डी थ्री का प्रमुखता से इस्तेमाल किया जा रहा है।

कोविड हॉस्पिटल में ये हैं सुविधाएं

डॉ। काला ने बताया कि कोविड के पेशेंट्स के इलाज के लिए कोविड हॉस्पिटल में 200 बेड का आइसोलेशन वार्ड और 150 बेड का आईसीयू है। आईसीयू में सभी बेड पर वेंटिलेटर लगे हुए हैं। 20 बाइपैप मशीन और 25 एचएफएनसी मशीन भी गंभीर मरीजों के इलाज के लिए अवेलेबल हैं।

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कोविड वार्ड में सुविधा

150 वेंटिलेटर

200 आइसोलेशन बेड

25 एचएफएनसी मशीन

20 बाइपैप मशीन

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वर्जन

कोविड हॉस्पिटल को दोबारा से शुरू किया जा चुका है। हॉस्पिटल में 200 आइसोलेशन बेड की सुविधा, 150 वेंटिलेटर, 20 बाइपैप मशीन और 25 एचएफएनसी मशीन की सुविधा है।

- डॉ। संजय काला, प्रिंसिपल एसएनएमसी