गुड न्यूज

-यूजीसी की मिली हरी झंडी, 5 पाठ्यक्रमों को मिली मंजूरी

-आगरा व अलीगढ़ समेत देशभर में 38 यूनीवर्सिटीज में शुरू हो रहे हैं 117 पाठ्यक्रम

आगरा: यूनीवर्सिटी अनुदान आयोग(यूजीसी) ने देश के 38 यूनीवर्सिटी को ऑनलाइन डिग्री कार्यक्रमों की मंजूरी दी है। इनमें आगरा का दयालबाग शिक्षण संस्थान, शिवनादर यूनिवर्सिटी व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवíसटी (एएमयू)भी शामिल है। यहां अगले सत्र से स्नातक और परास्नातक के पांच ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में प्रवेश हो सकेंगे।

पूरे करने थे मानक

यूजीसी ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए ऑनलाइन कार्यक्रमों की पेशकश करने के इच्छुक उच्च शिक्षा संस्थानों से आवेदन आमंत्रित किए थे। आवेदन वही यूनीवर्सिटी, निजी यूनीवर्सिटी या डीम्ड यूनीवर्सिटी कर सकते थे, जो यूजीसी के नियमों के अनुसार एनएएसी (नैक) या एनआईआरएफ रैं¨कग नियमों का पालन करते हों। साथ ही उन्हें नैक से ए प्लस ग्रेड मिल चुका हो।

पात्रता परीक्षण के बाद मिली स्वीकृति

एनआईआरएफ से दयालबाग शिक्षण संस्थान को इंजीनिय¨रग में 102 और सामान्य श्रेणी में 82वां स्थान मिला था। यूजीसी के सचिव प्रोफेसर रजनीश जैन द्वारा विभागीय वेबसाइट पर जारी की सूची के मुताबिक, ऑनलाइन डिग्री पाठ्यक्रमों की पेशकश करने वाले कुल यूनीवर्सिटी में से 15 डीम्ड यूनीवर्सिटी हैं, 13 राज्य यूनीवर्सिटी, तीन केंद्रीय व तीन निजी यूनीवर्सिटी हैं। हालांकि दयालबाग शिक्षण संस्थान के कुलसचिव प्रोफेसर आंनद मोहन का कहना है कि ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन किया गया था। मंजूरी की अभी जानकारी नहीं है।

इन पाठ्यक्रमों को मिली मंजूरी

-बैचलर आफ कामर्स(ओनर्स)

-बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन

-बैचलर आफ आ‌र्ट्स(ओनर्स)- सोशल साइंस

-मास्टर आफ कामर्स- इंटरनेशनल बिजनेस

-मास्टर आफ आ‌र्ट्स-थियोलॉग

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एएमयू व शिवनादर को भी अनुमति

एएमयू में बैचलर ऑफ कामर्स, बैचलर ऑफ आ‌र्ट्स (इकोनोमिक्स, हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस), मास्टर ऑफ आ‌र्ट्स (इकोनोमिक्स, हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, इंग्लिश, उर्दू व हिंदी) व मास्टर ऑफ कामर्स पाठ्यक्रमों के लिए मंजूरी मिली है। शिवनादर निजी यूनीवर्सिटी है, यहां मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के लिए मंजूरी मिली है।