-आसपास जमा न होने दें पानी

-कई जगह मिले लार्वा, किया जा रहा एंटी लार्वा का छिड़काव

आगरा। इन दिनों जनपद में वायरल बुखार का प्रकोप है। वायरल संक्रमण के साथ डेंगू और मलेरिया फैलने का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अब जनपद में एंटी लार्वा का छिड़काव शुरु कर दिया है। कूलर, गमलों से लेकर स्वच्छ पानी में डेंगू फैलाने वाले मच्छर एडीज एजिप्टी के लार्वा मिल रहे हैं। ऐसे में आप अपने आसपास पानी जमा न होने दें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।

बढ़ रहे वायरल के मरीज

बारिश के सीजन के बाद इन दिनों वायरल बुखार के मरीजों में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। ओपीडी में आधे से ज्यादा मरीज वायरल बुखार के ही आ रहे हैं। स्थिति यह है कि गांव-मोहल्लों में लगभग हर घर में लोग वायरल बुखार से बीमार हैं। ऐसे में डॉक्टर्स ने लोगों को सचेत करते हुए कहा है कि इस वक्त अपने आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और पानी जमा न होने दें।

मलेरिया के मिल रहे मरीज

वायरल बुखार के साथ-साथ डेंगू और मलेरिया के मरीज मिल रहे हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के डॉ। मृदुल चतुर्वेदी ने बताया कि इस वक्त वायरल के मरीज खूब आ रहे हैं। इसके साथ ही डेंगू और मलेरिया के मरीज आना भी शुरु हो गया है। उन्होंने बताया कि वायरल संक्रमण के साथ ही मलेरिया और डेंगू के संक्रमण का खतरा भी बढ गया है, जांच से ही पता चलता है कि डेंगू है या मलेरिया। बुखार आने पर डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

अलग-अलग दी जाती है दवा

वायरल, मलेरिया और डेंगू के लक्षण एक जैसे ही आ रहे हैं। ऐसे में मरीजों को डॉक्टरों से सलाह अवश्य लेनी चाहिए। ताकि उन्हें सही ट्रीटमेंट मिल सके। एसएन मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभाग के डॉ। नीरज यादव बताते हैं कि इन दिनों आसपास के जनपदों से मलेरिया और डेंगू के मरीज आ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि सभी लोग मच्छरों से बचें। उन्होंने बताया कि वायरल, मलेरिया और डेंगू में अलग-अलग दवा दी जाती है। ऐसे में मरीज डॉक्टर से संपर्क करके ही दवा लें।

एसएन में मिला लार्वा

बुधवार को एसएन मेडिकल कालेज के छात्रावास के कूलर में एडीज एजिप्टी के लार्वा मिलने पर एंटी लार्वा का छिड़काव किया गया। मादा एडीज एजिप्टी मच्छर से डेंगू फैलता है, यह मच्छर स्वच्छ पानी में पनपता है। जिला मलेरिया अधिकारी आरके दीक्षित ने बताया कि एसएन मेडिकल कालेज में टीम ने निरीक्षण किया। यहां महिला छात्रावास में कूलर में एडीज एजिप्टी के लार्वा मिलने पर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया। इसके साथ ही माइक्रोबायोलॉजी लैब और वार्ड भी चेक किए गए। कई जगह पर गंदगी और पानी भरा मिला, वहां एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया है। यहां नियमित कूलरों की जांच कराई जाएगी।

आवास विकास सेक्टर 16 बी में मिले लार्वा

टीम को आवास विकास सेक्टर 16 बी, सिकंदरा में कई घरों में कूलर में एडीज एजिप्टी के लार्वा मिले हैं। यहां एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया। वहीं, जिन घरों में जलभराव और गंदगी मिली, उन्हें नोटिस भी दिया गया है। यहां छह लोगों को नोटिस दिया गया।

ये हैं लक्षण

डेंगू: तेज बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते, आंखों के आस पास और सिर में तेज दर्द

वायरल संक्रमण: सर्दी-जुकाम और तेज बुखार, तीन दिन बाद बुखार ठीक हो जाता है।

मलेरिया: एक दिन छोड़कर बुखार आना, ठंड लगकर तेज बुखार आना

कोरोना: गले में खराश, तेज और हल्का बुखार, बहुत अधिक थकान, भूख ना लगना, सांस लेने में परेशानी

ये करें

-कूलर, गमले, एसी से निकलने वाले पानी को जमा न होने दें उसे बदलते रहें

-मच्छरों से बचने के लिए मास्क्यूटो क्वाइल की ब्रांड बदलकर इस्तेमाल करें

-पूरे बाजू की शर्ट पहनें, शरीर खुला न रखे

मलेरिया के केस

2018 - 52

2019 - 45

2020 - 75

2021 - 7

डेंगू के केस

2018 - 39

2019 - 8

2020 - 14

2021 - एक भी पुष्ट केस नहीं (12 संदिग्ध, तीन आगरा, 5 मथुरा 4 फीरोजाबाद)

वायरल संक्रमण के साथ ही मलेरिया और डेंगू के संक्रमण का खतरा भी बढ गया है, जांच से ही पता चलता है कि डेंगू है या मलेरिया। बुखार आने पर डाक्टर से परामर्श ले लें।

डॉ। मृदुल चतुर्वेदी, मेडिसिन विभाग एसएन मेडिकल कालेज

आस पास के जिलों से मलेरिया और डेंगू के केस आने लगे हैं। मच्छरों से बचें, बुखार आने पर जांच करा लें। डेंगू, मलेरिया और वायरल संक्रमण में अलग अलग दवा दी जाती हैं।

डॉ। नीरज यादव, बाल रोग विशेषज्ञ, एसएन मेडिकल कालेज