- मास्क यूज करने के बाद डिस्पोज करने में भी पीछे आगराइट्स

- 80 परसेंट लोग नहीं कर रहे ठीक से मास्क को डिस्पोज

आगरा। कोरोनावायरस से बचाव के लिए मास्क पहनना जरूरी है, लेकिन इसे सही तरीके से डिस्पोज करना भी उतना ही जरूरी है। मास्क को यूज करने के बाद यूं ही फेंक देने से कोरोनावायरस के संक्रमण का खतरा और ज्यादा अधिक हो सकता है। आगरा में लोग मास्क पहनने में तो पीछे हैं ही, लेकिन इसके डिस्पोजल के मामले में भी आगरावासी काफी पिछड़े हैं। वे मास्क को पहनने के बाद ठीक प्रकार से डिस्पोज नहीं कर रहे हैं। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने शहर में सर्वे किया। इसमें पाया गया कि जो लोग मास्क का उपयोग करते हैं उनमें से 90 परसेंट लोग उसका ठीक से डिस्पोजल नहीं कर रहे हैं।

ज्यादातर लोगों को नहीं पता है मास्क को डिस्पोज करने का तरीका

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में सर्वे किया। सभी जगह पर पाया कि मास्क को डिस्पोज करने में आगराइट्स फिसड्डी हैं। उन्हें मास्क के डिस्पोजल के बारे में ठीक से जानकारी नहीं है। इस सर्वे में मास्क पहने हुए लोगों से दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने बात की और उनसे पूछा कि वे मास्क का उपयोग करने के बाद क्या करते हैं। इस पर ज्यादातर लोगों ने कहा कि वे इसे फेंक देते हैं। कुछ लोग मास्क डस्टबिन में फेंकते हैं तो कुछ लोग मास्क को रियूज करते हैं।

मास्क डिस्पोजल

10 परसेंट लोग मास्क को सही तरीके से डिस्पोज कर रहे

10 परसेंट लोग मास्क को वॉश करके यूज कर रहे

80 परसेंट लोग मास्क को यूं ही फेंक रहे हैं

कोरोना के साथ पॉल्यूशन को भी बढ़ावा

कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनने के बाद उसे ठीक से डिस्पोज करना जरूरी है। लेकिन लोग इसे यूं ही फेंक रहे हैं। इससे कोरोनावायरस के संक्रमण का फैलने का खतरा तो है ही बल्कि ये पॉल्यूशन को भी बढ़ावा देगा। सिंगल यूज मास्क, पीपीई, ग्लव्स इस्तेमाल के बाद ठीक से डस्टबिन में डिस्पोज ऑफ न करने से प्रकृति को काफी नुकसान हो रहा है। सड़कों पर बिखरा मेडिकल वेस्ट इंसानों के साथ पालतु पशुओं के लिए खतरनाक है और यह नदियों में जलीय जीवों को भी इससे नुकसान हो सकता है। कोरोनावायरस को रोकने के लिए सबसे अधिक प्रभावी बताए जा रहे अधिकांश थ्री-लेयर मास्क पॉलीप्रोपिलीन के और ग्लव्स व पीपीई किट रबर व प्लास्टिक से बने हैं। कार्बन के इस पॉलीमर की कुदरती माहौल में बने रहने की उम्र करीब 450 साल है। प्लास्टिक की तरह ही ये मास्क भी सैकड़ों सालों तक पर्यावरण के लिए खतरा बने रहेंगे।

कैसे करें मास्क को डिस्पोज

व‌र्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने मास्क पहनने, उतारने और उसे डिस्पोज करने के सही तरीका के बारे में बताते हए कहा है कि इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि मास्क, पीपीई और सैनिटाइजर्स का उपयोग समझदारी से किया जाए। इस्तेमाल के बाद गंदे हुए मास्क को एक प्लास्टिक की थैली में डालकर निर्धारित कचरे के डिब्बे में डाल दें या ऐसी जगह रखें जहां वह दूसरे लोगों और जानवरों की पहुंच से दूर हो। मास्क को खुले में न फेंके क्योंकि ये दूसरे व्यक्ति को संक्रमित बना सकती है। मास्क को छूने या उतारने के बाद हाथ को साफ करें। इसके साथ ही अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।

-मास्क को यूज करने बाद साफ हाथों से उतारें

-मास्क को उतारने के बाद एक पेपर बैग में डालें

-डिस्पोज करने से पहले कम से कम 72 घंटों तक इसे रखें

-इसके बाद इसे निर्धारित कचरे के डिब्बे में डालें

कोरोनावायरस से बचाव के लिए मास्क जरूर पहनें। शारीरिक दूरी का पालन करें और साथ में हाथों को साफ करते रहें। मास्क पहनने के बाद ये भी जरूरी है कि उसे सही तरीके डिस्पोज भी करें।

-डॉ। आर सी पांडेय, सीएमओ