आगरा (ब्यूरो)यूं तो 1959 में यूएस प्रेसीडेंट ड्वाइट आइजनहावर आगरा आए थे। जिनकी मेजबानी स्वंय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने की थी। लेकिन 2000 में आए बिल क्लिंटन का आगरा दौरा ऐतिहासिक और भारत-अमेरिका के संबंध में करीबी लाने वाले दौरे के रूप में जाना जाता है। बिल क्लिंटन ने अपनी बेटी चैल्सी के साथ ताज का दीदार किया था और ताजमहल की तारीफ करते हुए कहा था- दुनियां को दो भागों में बांटा जा सकता है, एक जिसने ताजमहल देखा है और एक वो जिसने ताजमहल नहीं देखा है। बिल क्लिंटन द्वारा कहे गए ये शब्द ताजमहल की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। बिल क्लिंटन आगरा आए, तो शहर की आधी सड़कें खाली करा ली गईं थीं।

आइजनहॉवर के बाद बिल क्लिंटन ने किया था आगरा का दौरा

उनकी सिक्यूरिटी में पांच हजार से ज्यादा कॉन्स्टेबल, पैरामिलिट्री फोर्स की 22 कंपनियां, रेपिड एक्शन फोर्स के जवान भी तैनात थे। जहां-जहां से क्लिंटन गुजरे, वहां फुटपाथ पर भी लोगों को चलने की मनाही थी। इस कारण क्लिंटन को रास्ते में एक भी आम व्यक्ति नहीं दिखा था। इस पर क्लिंटन ने चुटकी लेते हुए ये तक कह दिया कि आगरा भूतहा शहर है क्या? यहां कोई रहता नहीं है। बिल क्लिंटन ने आइजनहॉवर के आगरा दौरे के 40 साल बाद आगरा का दौरा किया था। वे 19 से 25 मार्च तक भारत दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने दिल्ली, आगरा, जयपुर, हैदराबाद और मुंबई का दौरा भी किया था।

खुली कार में घूमे थे आइजनहॉवर

जब आइजनहॉवर आगरा आए थे, तब वे वहां खुली कार में ही तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के साथ घूमे थे। उनके साथ उस वक्त भारत और अमेरिका के चुनिंदा सुरक्षाकर्मी ही थे। आगरा की सड़कों के दोनों ओर आइजनहॉवर के स्वागत में लोग खड़े थे। इतिहास पर अच्छी पकड़ रखने वाले पंडित नेहरू ने ही उन्हें ताजमहल की स्थापत्यकला और उसके बनने की कहानी के बारे में बताया था।

ओबामा नहीं निहार सके ताज

अब तक भारत में सात यूएस प्रेसीडेंट भारत का दौरा कर चुके हैं। जिनमें रिचर्ड निक्सन, जिमी कार्टर, जॉर्ज डब्लू बुश सहित ओबामा ताज का दीदार नहीं कर सके हैं। साल 2015 में बराक ओबामा ताजमहल आते-आते रह गए। आगरा आने के लिए उनका पूरा इंतजाम हो चुका था। लेकिन लास्ट मूमेंट पर उन्हें सऊदी अरब के शासक किंग अब्दुला के निधन की वजह से उनको अपना प्रोग्राम बदलना पड़ा था। साल 2010 में भी ओबामा अपनी वाइफ के साथ भारत आए थे। उस वक्त भी वह ताज महल नहीं देख पाए थे। इसलिए 2015 में व्हाइट हाउस ने ताज महल देखने का खास प्रोग्राम तय किया था। लेकिन ऐन वक्त पर उनका प्रोग्राम बदल गया। ओबामा की ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी। उनका आगरा दौरा कैंसिल होने पर व्हाइट हाउस ने बताया कि अब वह सऊदी अरब में हाल ही में सुपुर्दे खाक हुए किंग अब्दुल्ला के परिवार के सदस्यों के मुलाकात कर अपनी शोक संवेदना जाहिर करेंगे। अपना आगरा दौरा रद्द होने पर ओबामा ने अफसोस जताया था।