आगरा(ब्यूरो )। चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि यदि किसी को दो हफ्तों से लगातार खांसी आना, खांसते समय बलगम या मुंह से खून आना, थकान रहना, लगातार वजन कम होना, बुखार रहना, सोते समय पसीना आना और सीने में दर्द रहना जैसे लक्षण हैैं तो ऐसे लोग क्षेत्रीय आशा को बताएं। 21 दिनों तक चलने वाले अभियान में ऐसे मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है। उनकी जांच की जा रही है। यदि मरीज पॉजिटिव आता है तो उसका उपचार शुरू किया जाएगा।

लगाए जाएंगे कैंप
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ। सीएल यादव ने बताया कि अभियान के दौरान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्ल्यूसी) के क्षेत्र में आशाएं टीबी के लक्षण वाले रोगियों को चिन्हित कर रही है। इसके बाद इन मरीजों की कैंप लगाकर जांच की जाएगी.आगरा के 285 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तीन-तीन कैंप हर सप्ताह लगाए जाएंगे। साथ ही कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) टीबी रोगियों के चिन्हीकरण, जांच, उपचार, निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत डीबीटी, काउंसिलिंग व मनोसामाजिक सहयोग प्रदान करेंगे।

टीबी के लक्षण
- दो हफ्तों से लगातार खांसी
- खांसते समय बलगम या मुंह से खून आना
- थकान रहना
- लगातार वजन कम होना
- बुखार रहना
- सोते समय पसीना आना और सीने में दर्द रहना

07 हजार से अधिक टीबी रोगी खोजे जा चुके हैैं इस साल
86 परसेंट हैैं टीबी मरीजों का क्योर रेट आगरा में
101 परसेंट टारगेट पूरा किया है इस नोटिफिकेशन में आगरा ने
285 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के क्षेत्र में चलाया जाएगा अभियान

आगरा में 21 दिन तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तीन आशाएं अपने-अपने क्षेत्र में टीबी के लक्षण वाले रोगियों की खोज रही हैैं। इसके बाद कैंप लगाकर उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी।
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

कैंप में जिन मरीजों में टीबी की पुष्टि होगी। उनका डॉट्स के जरिए उपचार शुरू किया जाएगा। टीबी की जांच व उपचार पूरी तरह से मुफ्त है। निक्षय पोषण योजना के तहत मरीजों को स्वस्थ होने तक डीबीटी के माध्यम से 500 रुपए दिए जाते हैैं।
- डॉ। सीएल यादव, डीटीओ