- पुलिस द्वारा हत्या के मामले में जुटाए साक्ष्यों की होगी फोरेंसिक जांच

- हत्यारोपी को रिमांड पर लेकर मोबाइल और रिवॉल्वर की करेगी पूछताछ

आगरा। डॉ। योगिता के परिजनों ने बेटी को न्याय दिलाने की मांग की है। वहीं पुलिस ने आरोपी डॉ। विवेक से पूछताछ के बाद साक्ष्य जुटाना शुरू कर दिया है। जिनकी फोरेंसिक जांच कराई जाएगी। पुलिस विवेक को रिमांड लेने के बाद आधुर सवालों के जबाव के लिए पूछताछ करेगी।

आरोपी विवक को मिले कड़ी सजा

डॉ। योगिता गौतम के हाथ में बाल मिले हैं, यह बाल हत्यारोपी के माने जा रहे हैं। पुलिस इसका साक्ष्य के तौर पर इस्तेमाल करेगी। वहीं कार से बरामद चाकू और खून के धब्बे भी सबूत में शामिल किए गए हैं। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि घटना स्थल से मिले सभी साक्ष्यों की जांच फोरेंसिक लैब में कराई जाएगी। पिता अंबे्रश गौतम ने बताया कि बेटी को न्याय दिलाने के लिए वह आखरी सांस तक लड़ेंगे। उन्होंने कानून से कड़ी सजा की मांग की है।

रिवॉल्वर और मोबाइल की तलाश

हत्यारोपी डॉ। विवेक तिवारी को जेल भेज दिया गया है। पुलिस उसको रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में एप्लीकेशन देगी। इसके बाद विवेक से उस रिवॉल्वर के बारे में पूछताछ की जाएगी। जिससे उसने डॉ। योगिता की हत्या की थी। इसके साथ ही पुलिस को योगिता के मोबाइल की भी तलाश है। जिसे साक्ष्य जुटाने में शामिल किया जाएगा।

एडीजी और आईजी ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

: डॉ। योगिता गौतम का हत्यारोपित डॉ। विवेक भले ही पुलिस को बयानों से गुमराह कर सलाखों के पीछे चला गया, मगर अब पुलिस के वैज्ञानिक साक्ष्यों के चक्रव्यूह को तोड़ना उसके लिए मुश्किल होगा। शुक्रवार को दोपहर एडीजी अजय आनंद और आईजी ए सतीश गणेश ने जिस रूट से आरोपित योगिता को ले गया था, उसी रूट से बमरौली कटारा पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण किया। जिस स्थान पर शव मिला था, वहां के आसपास के लोगों से बात की। इसके बाद आईजी ने विवेचना से लेकर अभियोजन तक के लिए विस्तृत प्लान बनाकर एसएसपी बबलू कुमार को पत्र भेजा है।

कार से मिले खून के धब्बे

डॉ। योगिता की हत्या के बाद हत्यारोपित डॉ। विवेक तिवारी ने सुबूत मिटाने की पूरी कोशिश की। अपनी नई कार से सीटर कवर और पॉलीथिन उखाड़कर फेंक दी। धुलाई कर दी। इसके बाद भी कुछ खून के धब्बे उसकी नजर से बच गए। शुक्रवार को पुलिस की फील्ड यूनिट ने कार की जांच की तो ये छब्बे मिल गए। आगे की सीट पर कुछ टूटे हुए बाल भी मिले हैं। इनके नमूने लिए गए हैं। ये आरोपित के खिलाफ मजबूत साक्ष्य होंगे। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि कार से लिए गए नमूनों को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। फोरेंसिक वैज्ञानिकों को क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्ट करने लिए पत्र भी भेजा जा रहा है।

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जेल में भी विवेक को नहीं कोई अफसोस

पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद विवेक के चेहरे पर कोई अफसोस के भाव नहीं थे। गुरुवार को पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर उसे क्वीन विक्टोरिया ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज में बनाई गई अस्थाई जेल में दाखिल कर दिया। वह अन्य बंदियों के साथ रात में फर्श पर सोया। लाइन में लगकर खाना खाया। सभी से खूब बातचीत कर रहा है। उसको अपने किए पर अभी तक कोई पश्चाताप नहीं है।

आज जाएगी राज्य महिला आयोग की टीम

योगिता की मौत के मामले में राज्य महिला आयोग ने अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की थी। शनिवार को टीम घटनास्थल का निरीक्षण करने आ रही है। टीम बमरौली कटारा में निरीक्षण के साथ ही योगिता के परिजनों से भी बात करेगी।

हमें शक हैं कि कोई और भी था

योगिता के भाई डॉ। मो¨हदर गौतम का कहना है कि मेरी बहन की हत्या विवेक ने ही की है। हमें शक है कि इसमें कुछ और लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस की जांच पर हमें पूरा भरोसा है। इस ¨बदु पर भी पुलिस जांच कर रही है।