- बरौली अहीर बिजली उप केंद्र पर एंटी करप्शन टीम ने किया गिरफ्तार

- 2.72 लाख रुपए का बिल सही करने को मांग रहा था एक लाख

आगरा। लेखपाल से रिश्वत लेते बिजली विभाग के अवर अभियंता (जेई) को शुक्रवार को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ दबोच लिया। आरोपी बिजली बिल संशोधित करने के लिए एक लाख रुपए रिश्वत मांग रहा था। उसके खिलाफ ताजगंज थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।

50 हजार में सौदा तय

बरौली अहीर निवासी नेम सिंह फतेहाबाद तहसील में लेखपाल हैं। उन्होंने वर्ष 2016 में एक किलो वाट का घरेलू कनेक्शन लिया था। अभी तक बिल न आने पर वह विद्युत उप केंद्र के चक्कर काट रहे थे। नौ अगस्त को बरौली अहीर खंड के जेई गगन कुमार गुप्ता से संपर्क किया। उसने बिजली का बिल 2.72 लाख रुपए बताया। इस पर उन्होंने बिल अधिक बताते हुए सही करने को कहा। जेई ने इस काम के उनसे एक लाख रुपए रिश्वत मांगी। बात करने पर वह 50 हजार रुपए में तैयार हो गया। 25 हजार रुपए अभी और बाकी रकम काम होने के बाद देने को कहा।

रिश्वत देते ही दबोचा

तीन दिन पहले लेखपाल ने एंटी करप्शन विभाग में आरोपी जेई की शिकायत की। जेई द्वारा मांगी जा रही रिश्वत की रिकॉर्डिंग सुनाई। एंटी करप्शन की टीम ने जेई को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। रिश्वत में दिए जाने वाले नोट हस्ताक्षर करके लेखपाल को दे दिए। दोपहर में नेम सिंह 25 हजार रुपए लेकर बरौली अहीर विद्युत उप केंद्र पहुंचे। परिसर के बाहर इंस्पेक्टर जसपाल पवार, संजय कुमार, मुकुट सिंह व राज बहादुर, क्रांति पांडेय मौजूद थे। नेम सिंह द्वारा जेई को रिश्वत देते ही टीम ने उसे दबोच लिया।

विद्युत विभाग के जेई को नेम कुमार से 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। उसे शनिवार को मेरठ कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा।

राजीव मल्होत्रा, एसपी, एंटी करप्शन