- सीबीएसई 10वीं के टॉपर्स ने जूनियर स्टूडेंट्स को दिया मैसेज

- शुरू से ही मन लगाकर करें पढ़ाई, न बरतें लापरवाही

आगरा। अब पहले दिन से बोर्ड एग्जाम की तैयारी करें। ये सोचकर पढ़ाई नहीं करनी चाहिए कि बोर्ड एग्जाम से कुछ महीने पहले पढ़ाई करने से अच्छ मा‌र्क्स हासिल किए जा सकते हैं। कोरोना ने एजुकेशन को नहीं, लेकिन मोड जरूर बदल दिया है। हमने शुरू से ही बोर्ड एग्जाम की तैयारी की तभी सफल हो सके। कुछ ऐसे ही एक्सपीरियंस सीबीएसई 10वीं के टॉपर्स ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से शेयर किए।

महक डंग

स्कूल:::दिल्ली पब्लिक स्कूल

पिता:राजीव डंग

मां:: पारुल डंग

एजुके शन नहीं, स्टडी का मोड हुआ चेंज

99.4 परसेंट मा‌र्क्स के साथ डिस्ट्रिक्ट टॉप करने वाली दिल्ली पब्लिक स्कूल की छात्रा महक डंग कहती हैं कि कोरोना महामारी ने एजुकेशन को तो नहीं बदला है। सिलेबस लगभग पहले जैसा ही है। लेकिन, स्टडी का मोड चेंज हो गया है। पहले जहां स्कूल में क्लासेस लगती थीं। अब ऑनलाइन क्लास लग रहीं हैं। महक बताती हैं कि वह टेंथ स्टैंडर्ड में पहले दिन से बोर्ड एग्जाम की तैयारी को लेकर सीरियस थीं। मेन एग्जाम को लेकर उनकी तैयारी पूरी थी। उन्हें बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि बोर्ड की ओर से मेन एग्जाम कैंसिल कर दिए जाएंगे। एकबारगी तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ। एग्जाम कैंसिल होने से मायूसी भी हुई। क्योंकि मेरी तैयारी पूरी थी। रिजल्ट को लेकर भी मन में कई तरह के सवाल थे आखिर किस तरह रिजल्ट तैयार होगा, कैसे नंबर दिए जाएंगे। लेकिन हमारे स्कूल में प्रॉपर इंटरनल एग्जाम हुए थे। ऐसे में विश्वास था कि मा‌र्क्स अच्छे आएंगे। रिजल्ट देखकर बहुत खुशी हुई। आलोक नगर, जयपुर हाउस निवासी महक के पिता राजीव डंग और मां पारुल डंग हैं। छोटी बहन पलक डंग है। वह अपनी सफलता का श्रेय पेरेंट्स और टीचर्स को देती हैं। वह नीट की तैयारी कर रहीं हैं और भविष्य में डॉक्टर बनना चाहती हैं।

मेहुल प्रताप सिंह

स्कूल::गायत्री पब्लिक स्कूल

फादर::विनय प्रताप सिंह

मदर::अंजू सिंह

एकबार तो लगा मेहनत खराब न हो जाए

99.2 परसेंट मा‌र्क्स के साथ डिस्ट्रिक्ट में सेकेंड पोजीशन पर रहने वाले गायत्री पब्लिक स्कूल के मेहुल प्रताप सिंह बताते हैं कि जब बोर्ड ने एग्जाम कैंसिल किए तो मन थोड़ा जरूर उदास हुआ। आखिरी के कुछ महीनों में तो मैंने बहुत पढ़ाई की। लगा कि मेहनत खराब हो जाएगी। लेकिन बोर्ड और स्कूल पर विश्वास था। रिजल्ट देखकर बहुत खुश हूं। अपनी इस सफलता का श्रेय पेरेंट्स को टीचर्स को देना चाहूंगा। अब टेंथ स्टैंडर्ड में आने वाले स्टूडेंट्स से मैं ये ही कहना चाहूंगा कि वह पहले दिन से ही बोर्ड एग्जाम को लेकर अवेयर रहें। लापरवाह नहीं बनें, बल्कि पहले दिन से ही तैयारी करें। कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। मेहुल ने बताया कि उनका सपना साइंटिस्ट बनने का है। अपने फ्यूचर गोल को लेकर वह लगातार मेहनत कर रहे हैं।

जाहन्वी सिंह

स्कूल::प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल

पिता::अशोक कुमार

मदर::लता रानी

सेल्फ स्टडी पर करें पूरा फोकस

99 परसेंट मा‌र्क्स हासिल करने वाली प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल की स्टूडेंट जाहन्वी सिंह बताती हैं कि कोरोना महामारी ने पढ़ाई के तरीके पर जरूर असर डाला। लेकिन, इससे भी कहीं न कहीं स्टूडेंट्स को फायदा मिला। ऑनलाइन क्लासेस से जहां स्कूल का पूरा साथ मिला तो वहीं सेल्फ स्टडी करने का पूरा मौका मिला। एग्जाम कैंसिल होने से मन जरूर कुछ उदास हुआ। अगर एग्जाम होते तो शायद मेरा रिजल्ट और अच्छा होता। क्योंकि मैंने शुरू से ही बोर्ड एग्जाम की अच्छे से तैयारी की थी। मैं तो अब टेंथ स्टैंडर्ड में आने वाले स्टूडेंट से सिर्फ यही कहना चाहूंगी कि पहले दिन से ही सीरियस रहें। अब तो दो टर्म में एग्जाम होंगे। इसको लेकर और सीरियस रहने की जरूरत है। प्रॉपर नोट्स तैयार करें। हर बिन्दु को अच्छे से क्लीयर करें। जाहन्वी सिविल सर्विसेज में जाना चाहती हैं। इसके लिए वह अभी से ही तैयारी में जुटी हैं।