आगरा: सíजकल उपकरणों और दवाओं पर अधिक एमआरपी लिखे जाने का नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स ने विरोध जताया है। सोमवार को चैंबर भवन में आयोजित बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई। चैंबर प्रेसिडेंट मनीष अग्रवाल ने बताया कि चैंबर ने उपकरणों पर अंकित एमआरपी का उठाया और विरोध प्रकट करते हए रोष व्यक्त किया कि सíजकल उपकरणों पर एमआरपी वास्तविक कीमत से 10 गुनी अधिक तक लिखी जाती है जिसके कारण मरीजों का बुरी तरह शोषण होता है। इस समस्या को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में लाने तथा त्वरित कार्यवाही हेतु चैंबर से एक पत्र भेजा जा रहा है जिसमें मांग की जा रही है कि सíजकल उपकरणों पर एमआरपी वास्तविक कीमत के बराबर ही लिखी जाए।