-अस्पताल राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े पर नेत्रदाताओं को किया सम्मानित

देहरादून, 36वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक मनाया जा रहा है। इस अवसर पर श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में इस बार भी अवेयरनेस कार्यक्रम का आयेाजन किया जा रहा है। जिसका टॉपिक 'अंधता मिटाने के लिए हमारे अभियान से जुड़े' रखा गया है।

2012 में हुई आई डोनेशन सेंटर की स्थापना

श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट के प्राचार्य डॉ। अनिल कुमार मेहता, उप प्राचार्य डॉ। सुधीर सच्चर, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ। अनिल कुमार धवन की मौजूदगी में कार्यक्रम की शुरुआत की गई। आई डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ। तरन्नुम शकील ने सभी पार्टिसिपेंट्स का वेलकम करते हुए कहा कि एसएमआईएच में संचालित नेत्रदान केन्द्र की सक्सेस के प्रेरणास्रोत अस्पताल के चेयरमैन श्री महंत देवेन्द्र दास जी महाराज हैं। बतौर चीफ गेस्ट डॉ। सरोज नैथानी ने कई अनुभव शेयर किए। जबकि, आई डिपार्टमेंट की एसोसिएट प्रोफेसर व आई बैंक एम्स ऋषिकेश की मेडिकल डायरेक्टर नीती गुप्ता ने नेत्रदान के बारे में जानकारी शेयर की। एसएमआईएच की डॉ। तरन्नुम शकील ने बताया कि अस्पताल में वर्ष 2012 में आई डोनेशन सेंटर की स्थापना की गई थी। तभी से यह नेत्रदान केन्द्र कॉर्नियल नेत्रहीन लोगों के जीवन में उजाला करके इस खूबसुरत दुनिया को देखने का अवसर प्रदान कर चुका है। कहा, कोरोनाकाल में अस्पताल का नेत्रदान केन्द्र सक्रिय रहा। इस मौके पर पोस्टर प्रतियोगिता में मेडिकल स्टूडेंट्स ने बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया। जिसके लिए एमबीबीएस थर्ड इयर की डॉ। सारथी, डॉ। गीशू, डॉ। विदिशा, डॉ। सृष्टि व डॉ। वैभव की टीम सर्वश्रेष्ठ पोस्टर के लिए चुने जाने पर विजयी घोषित कर सम्मानित किया गया।

मृत्यु हो जाने पर कर सकते हैं परिजन नेत्रदान

डॉ। तरन्नुम शकील ने कहा कि कारण कोई जिंदा रहने के दौरान नेत्रदान का शपथ-पत्र नहीं भर पाया और उसकी मृत्यु हो जाने पर उसके परिजन नेत्रदान की अनुमति दे सकते हैं। नेत्रदान के लिए इच्छुक व्यक्ति या मृतक के परिजन अस्पताल के नेत्रदान सेंटर से 0135-6672400, 6395060216 या फिर 9520329258 या 8535073474 पर सम्पर्क कर सकते हैं।