-ऑक्सीजन सेचुरेशन कम होने पर तुरंत हो हॉस्पिटल में एडमिट

-रखना होगा तबियत का ध्यान, नहीं तो बिगड़ सकती है तबियत

-होम आइसोलेशन के दौरान डॉक्टर्स को फोन के माध्यम से देते रहें अपड़ेट

-किसी भी परेशानी हो न लें हल्के में

केस-1

48 वर्षीय रामसिंह (बदला हुआ नाम) को कोरोनावायरस का संक्रमण हो गया। उनको पहले कोई सिंपटम्स नहीं थे। रैपिड रिस्पॉन्स टीम ने उनकी सेहत और उनके घर का इंस्पेक्शन किया और उन्हें होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति दे दी। उन्हें होम आइसोलेशन के बारे में नियमानुसार ब्रीफ किया गया। उनसे कहा गया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से फोन आने पर अपनी सेहत की सही जानकारी देते रहना। उनकी तबियत हल्की बिगड़नी शुरु हुई। राम सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के फोन आने पर पूरी बात नहीं बताई। इससे उनकी तबियत बिगड़ती चली गई। हालत इतनी गंभीर हो गई कि उन्हें अस्पताल में एडमिट करना पड़ गया।

केस-2

40 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें होम आइसोलेशन में एडमिट कर दिया गया। उनसे कहा गया कि ऑक्सीजन सेचुरेशन 94 से कम होने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें या फिर बुखार आने या अन्य कोई परेशानी होने पर तुरंत ही सूचित करें। लेकिन ऑक्सीजन सेचुरेशन कम होने पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को नहीं बताया। इस पर उनकी तबियत बिगड़ गई। जब तक हॉस्पिटल पहुंचे तो तबियत और बिगड़ने लगी। लेकिन डॉक्टर्स ने उनकी जान बचा ली।

आगरा। कोविड-19 के संक्रमण को आये हुए काफी समय हो चुका है। अब लोग और डॉक्टर्स इसके नेचर को समझने लगे हैं। हालांकि लोगों के मन में कोविड-19 को लेकर सामाजिक भय अभी भी है। वे इस भय के कारण सही समय पर जांच नहीं कराते या फिर हॉस्पिटल जाने से डरते हैं। होम आइसोलेशन में रहने के दौरान भी वे हॉस्पिटल नहीं जाना चाहते हैं। लेकिन, होम आइसोलेशन में रह रहे पेशेंट्स को समझना होगा कि कोरोनावायरस का संक्रमण बहुत तेज है और इसमें तेजी से तबियत बिगड़ती है। इस कारण डॉक्टर से कुछ भी छुपाने की कोई जरूरत नहीं है। ऑक्सीजन सेचुरेशन 94 से कम होने पर तुरंत आपको एडमिट होने की जरूरत है। अन्यथा इसके परिणाम घातक हो सकते हैं।

ऑक्सीमीटर, पल्स मीटर का करें यूज

होम आइसोलेशन की सुविधा रैपिड रिस्पॉन्स टीम के द्वारा पेशेंट की स्थिति और घर का इंस्पेक्शन करने के बाद ही दी जाती है। लेकिन होम आइसोलेशन में उपचार करा रहे 100 में से लगभग दो पेशेंट्स को अभी भी हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरूरत पड़ रही है। इस कारण होम आइसोलेशन की सुविधा देने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा पल्स मीटर और ऑक्सीमीटर खरीदने के लिये कहती है और दिन में दो बार पेशेंट के पास फोन कर उसकी अपडेट ली जाती है, ताकि पेशेंट की मॉनिटरिंग की जा सके। कोविड-19 में तेजी से तबियत बिगड़ती है इसलिये आपको स्वास्थ्य विभाग को सही बात बताने की जरूरत है।

दिक्कत पर तुरंत दें जानकारी

यदि आपका ऑक्सीजन सेचुरेशन 94 से कम हो रहा है तो आपको तुरंत ही हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरूरत है। सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन के डॉ। अजीत सिंह चाहर बताते हैं कि ऑक्सीजन सेचुरेशन यदि 94 से कम होता है तो सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। कोविड-19 में सांस लेने में दिक्कत होने पर काफी समस्या हो सकती है। क्योंकि ये फेंफड़ों पर अटैक करता है। इससे फेंफड़ों पर असर पड़ सकता है। इसलिये बैठने-उठने या वॉशरुम जाते वक्त भी सांस लेने में परेशानी हो तो तुरंत ही डॉक्टर या स्वास्थ्य विभाग को बताएं। वे आपको समय से हॉस्पिटल में एडमिट करा सकेंगे। या फिर 108 एंबुलेंस सेवा पर तत्काल फोन करें।

ये परेशानी होने पर दें सूचना

-बुखार न टूट रहा हो

-सांस लेने में तकलीफ होने पर

-ऑक्सीजन सेचुरेशन 94 से कम होने पर

-अन्य कोई परेशानी होने पर

-खांसी और खरांश बढ़ने लगे

-सीने में दर्द होने लगे

होम आइसोलेशन के दौरान इन जरूरी बातों का रखें ध्यान

-हमेशा ट्रिपल लेयर मेडिकल डिस्पोजेबल मास्क का इस्तेमाल करें।

-8 घंटे के बाद मास्क को डिस्पोज कर दें

-मास्क को सोडियम हाइपो-क्लोराइट से डिश-इन्फेक्ट करने के बाद ही बाहर फेंकें

-मरीज पर्याप्त मात्रा में आराम लें एवं प्रचुर मात्रा में पानी पीएं

-लगभग 40 सेकंड तक साबुन एवं पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल बेस्ड सेनीटाइजर का प्रयोग करें

होम आइसोलेशन में रह रहे पेशेंट्स कोई भी दिक्कत होने पर स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें। यदि आपका ऑक्सीजन सेचुरेशन 94 से कम हो रहा है या सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो तुरंत आपको हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरूरत है। इस सिचुएशन में ऑक्सीजन की जरूरत हो सकती है।

-डॉ। अजीत सिंह चाहर, एसएनएमसी

होम आइसोलेशन में रहकर उपचार करा रहे पेशेंट्स तबियत बिगड़ने पर कंट्रोल रूम पर या 108 एंबुलेंस सेवा पर फोन करें। एंबुलेंस के जरिये पेशेंट को हॉस्पिटल में एडमिट कराया जाएगा।

-डॉ। आरसी पांडेय, सीएमओ