ऑनलाइन टिकट खरीद कर पहुंचे, मायूस होकर लौटे
ताज महोत्सव की टिकट की आनलाइन बिक्री भी की गई। 17 फरवरी से आनलाइन टिकट की बुङ्क्षकग शुरू कर दी गई थी, ऐसे में तमाम लोगों ने पूरे परिवार के साथ ताज महोत्सव घूमने के लिए आनलाइन टिकट बुक करा ली। शाम को शिल्पग्राम पहुंचे तो बिना टिकट के प्रवेश मिल रहा था। स्टाल पर शिल्पी थे लेकिन सामान नहीं था। शिल्पियों का कहना था कि सूरजकुंड में मेला खत्म हुआ है, रात तक सामान आएगा। ताज महोत्सव की अव्यवस्था से लोग मायूस होकर लौट गए, उन्होंने ऑनलाइन बुक की गई टिकट के पैसे वापस करने की मांग की है।

निर्णय वापस, ताज महोत्सव में नहीं लगी टिकट
हाट एयर बैलून के लिए नहीं मिली अनुमति
ताज महोत्सव के तहत रविवार को ग्यारह सीढ़ी पार्क पर हाट एयर बैलून शुरू होना था। मगर, शनिवार रात तक मंत्रालय से अनुमति नहीं मिली। अब अनुमति मिलने के बाद ही हाट एयर बैलून की सैर की जा सकेगी, ताज महोत्सव के दौरान हाट एयर बैलून निश्शुल्क रहेगा।

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स्टाल के लिए गिड़गिड़ाते रहे शिल्पी, शाम को मिली दुकानें
कई प्रदेशों के शिल्पी ताजमहोत्सव में स्टाल लगाने के लिए शुक्रवार को ही पहुंच गए थे। मगर, शनिवार सुबह तक शिल्पियों को स्टाल नहीं मिली। वे अपने साथ सामान लेकर आए थे, सामान रखने की भी जगह नहीं थी। इससे शिल्पी परेशान रहे, स्टॉल के लिए पर्यटन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के सामने गिड़गिड़ाते रहे।


भोलू गार्ड से लेकर ब्लैक ब्यूटी स्टीम इंजन का दिखेगा मॉडल
- फोटो

- डीआरएम आज करेंगे निहारिका रेल प्रदर्शनी का शुभारंभ

अगर आप भोलू गार्ड, विस्टाडोम कोच, ब्लैक ब्यूटी स्टीम इंजन देखना चाहते हैं तो शिल्पग्राम आइए। ताज महोत्सव में कला के रंग के साथ रेलवे का इतिहास भी दिखाया जा रहा है। राम मंदिर का मॉल भी लगाया जाएगा। साथ ही भविष्य की ट्रेनों की भी जानकारी दी जाएगी। रविवार को निहारिका रेल प्रदर्शनी का शुभारंभ डीआएम तेज प्रकाश अग्रवाल करेंगे। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन कुमार वर्मा ने बताया कि 18 से 27 फरवरी तक रेल प्रदर्शनी लगेगी। इस साल रेल प्रदर्शनी में भारत के नए रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों की थीम रखी गई है। पटियाला, कपूरथला, जोधपुर, वाराणसी, प्रयागराज, झांसी सहित अन्य शहरों से ट्रेनों के मॉल मंगाए गए हैं। स्टीम इंजन से लेकर इलेक्ट्रिक इंजन के इतिहास की जानकारी दी जाएगी। वंदे भारत ट्रेन का संचालन किस तरीके से किया जा रहा है, इसे फोटो के माध्यम से दर्शाया जाएगा। प्रदर्शनी में चार से पांच विभिन्न कट आउट भी लगाए गए हैं।



कालीन लेकर आए हैं, पिछले 10 वर्ष से आ रहे हैं। अभी तक स्टाल नहीं मिली है कोई बताने वाला नहीं है। स्टाल नहीं मिली तो सामान कहां रखेंगे।
वजीर अहमद, भदौही
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स्टाल दी नहीं है, हस्तशिल्प का सामान लेकर आए हैं इसे कहां रखें। कोई व्यवस्था नहीं है, कब स्टाल मिलेगी यह भी कोई नहीं बता रहा है।
पूनम, अहमदाबाद

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