आगरा: सभी ने मुश्किल समय झेला। किसी के स्वजन, तो कोई खुद हॉस्पिटल में भर्ती रहा। कुछ ने अपनों को खोया तो कुछ मौत को करीब से छूकर लौटे। कोरोना की रतार धीमी पड़ी, तो करीब ढाई माह से बंद प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय गुरुवार एक जुलाई से खुल गए। शिक्षकों ने विद्यालय पहुंचकर सबसे पहले एक-दूसरे का हाल जाना। इसके बाद आनलाइन शिक्षण कार्य की शुरुआत की। साथ ही अन्य प्रशासनिक कार्य निपटाए। लेकिन, कोरोना संक्रमण का खौफ चेहरे पर साफ दिखाई दिया। इस कारण मुंह पर मास्क, हाथों में ग्लस और सैनिटाइजर की बोतल के साथ शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा।

ऐसे बीता पहला दिन

एमडी जैन इंटर कालेज के शिक्षक प्रशांत पाठक ने बताया कि साथी काफी समय बाद विद्यालय आए तो एक-दूसरे की राजीखुशी पूछी। प्रधानाचार्य जीएल। जैन ने शिक्षक व कर्मचारियों से संवाद करते हुए कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने की अपील की। शिक्षकों ने आनलाइन शिक्षण कार्य कराया।

परिषदीय विद्यालयों में हुई सफाई

परिषदीय विद्यालय भी गुरुवार से खुल गए। शिक्षकों ने निर्धारित समय पर पहुंचकर परिसर में साफ-सफाई व सैनिटाइजेशन कराया। हरीपर्वत, बुढ़ान सैय्यद स्थित

प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक व यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के जिला मंत्री राजीव वर्मा ने बताया कि

शिक्षकों ने पहले दिन विद्यालय पहुंचकर नए विद्यार्थियों के नामांकन की शुरुआत की। इसी के साथ प्रशासनिक दायित्व भी निभाए। मास्क और शारीरिक दूरी का पालन

किया गया।