-दक्षिण भारत से राजधानी होकर ब्रज में हो रहा गांजा सप्लाई

-8 महीने में 125 मुकदमे नशा तस्करों पर किए जा चुके हैं दर्ज

आगरा। ब्रज क्षेत्र नशे के कारोबारियों के लिए नया केंद्र बनता जा रहा है। यहां लगातार सैकड़ों क्विंटल गांजा, अफीम, चरस व डोडा पाउडर सप्लाई करने का काम किया जा रहा है। इसका खुलासा हाल ही में लगातार पकड़े गए तस्करों से पूछताछ में सामने आया है। दक्षिण भारत के इलाकों से इसकी बड़ी खेप राजधानी दिल्ली पहुंचती हैं, जहां से इसे ब्रज के कई इलाकों में नशा तस्करों को सप्लाई किया जा रहा है। शहर के खोखे और ऑटो से इसको सप्लाई करने का कार्य किया जा रहा है। हालंकि एसटीएफ की कई टीमें सरगना की तलाश में जुटी हैं।

सरगना को छोड़ 50 से अधिक अरेस्ट

दक्षिण भारत से लाकर पूरे ब्रज में की जा रही गांजा तस्करी में पुलिस ने गाडि़यों के चालक, परिचालक, क्लीनर को मिलाकर 50 से ज्यादा लोग पकड़े हैं, लेकिन एक भी सरगना को पकड़ने में सफलता हाथ नहीं लगी है। अलग-अलग नशे के कारोबार में आठ महीने के भीतर ब्रज में 125 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं, जिसमें सबसे अधिक गांजा तस्करी के मामले हैं.ओड़ीशा और तेलंगाना से यह मादक पदार्थ सप्लाई किए जाते हैं।

दस गिरोह आ चुके हैं सामने

ब्रज में नशा तस्करी करने वालों के 10 से ज्यादा गिरोह अब तक सामने आ चुके हैं। जिसमें सिकंदरा, जगदीशपुरा, कमला नगर, शाहगंज में खोखों और ऑटो में गांजा बिक्री पकड़ी जा चुकी हैं। एसटीएफ ने एक महीने पहले सिकंदरा क्षेत्र में बोरों के बीच छिपाकर लाया गया तकरीबन 500 किलोग्राम गांजा बरामद किया था। ट्रक चालक पकड़ा गया था, लेकिन गांजा मंगवाने वालों को अभी तक पुलिस नहीं पकड़ सकी है। वहीं टैंकर में छिपाकर ओडिशा से लाए 505 किलो गांजा को भी ब्रज में खपाने की तैयारी थी जो मथुरा के एक व्यक्ति ने मंगवाया था। इसके अलावा बल्देव के दो लोग रवेंद्र और ध्रुव के नाम भी गांजा सप्लायर के रूप में सामने आए हैं, लेकिन पुलिस इनको भी नहीं पकड़ सकी है।

दो सौ रुपये में दो पुडि़या

दो सौ रुपये लाए हो तो गांजे की दो पुडि़या ले जाओ। शहर के रामबाग, मरियम टॉम्ब, टीपी नगर, कमला नगर, ताजगंज, बसई में खोखा संचालक और ऑटो संचालक इस कार्य को कर रहे हैं। यहां डिमांड पर सभी तरह के मादक पदार्थ उपल्ब्ध कराए जाते हैं। पुलिस द्वारा कार्यवाई भी की जा चुकी है।

ट्रेनों से अब तक 180 क्विंटल मादक पद्वार्थ जब्त

पिछले डेढ़ महीने में जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने अब तक 180 क्विंटल गांजा जब्त किया है। वहीं 26 लोगों को गांजे की तस्करी में गिरफ्तार किया है। एसटीएफ व जीआरपी ने गांजा तस्करों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। वहीं पकड़े गए गांजा तस्करों के बारे में एसटीएफ के कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं। जिसको लेकर कई टीमों का गठन किया गया है।

राजधानी में दो गैंग

पकड़े गए गांजा तस्करों ने बताया कि राजधानी में गांजा तस्करी के दो गैंग चल रहे हैं। एक गैंग अली और दूसरा गैंग राहुल नाम का युवक चलाता है। इसमें एक गैंग वाया रोड होकर तस्करी को अंजाम देता है, वहीं दूसरा गैंग ट्रेन के जरिए गांजा सप्लाई करने का काम कर रहा है। एसटीएफ ने गैंग के सरगना तक पहुंचने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। पकड़े तस्करों की निशानदेही पर साक्ष्यों को जुटाए जा रहे हैं।

एसटीएफ खंगाल रही तस्करों का नेटवर्क

एसटीएफ ने गांजा तस्करों का नेटवर्क खंगालना शुरू कर दिया है। जल्द ही इस मामले में बड़ी कार्रवाई की उम्मीद है। अभी तक पुलिस छोटे-छोटे सप्लाई करने वालों पर ही शिकंजा कस रही थी। वहीं जल्द ही बड़ी तस्करों पर भी शिकंजा कसने का काम किया जाएगा। ओड़ीशा से गांजा सप्लाई करने का कार्य मुनाफे के लिए कहा जा रहा है। इससे उन्हें काफी मुनाफा होता है जिसके चलते इस कार्य को अंजाम देते हैं। एक केजी गांजे पर दस गुना अधिक रकम मिलती है।

एसटीएफ की टीम मादक पदार्थ तस्करों की धरपकड़ के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। टीम को इसमें सफलता भी मिली है। मादक पदार्थ तस्करों पर अभियान के रूप में कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही सरगनाओं को भी पकड़ा जाएगा।

बबलू कुमार, एसएसपी

आगरा

आठ महीने में दर्ज मुकदमे

125

सबसे अधिक मुकदमे गांजे के

50

शहर में सक्रिय गिरोह

10 से अधिक

नशे की तस्करी में आठ महीने में गिरफ्तारी

मथुरा

154

हाथरस

95

कासगंज

43

एटा

35

फिरोजाबाद

29

मैनपुरी

16