- एक अप्रैल 2019 से पंजीकृत वाहनों में लगाई जाएगी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट

- डीलर्स के ज्यादा पैसे लेने की कंप्लेन मिलने पर प्रक्रिया की गई स्थगित

आगरा। अभी फिलहाल पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगाई जाएगी। एक अप्रैल 2019 के बाद से रजिस्टर्ड वाहनों में ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगेगी। बता दें, एक वर्ष के अंदर पांच चरणों में पुराने वाहनों में भी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जानी थी। लेकिन, कंप्लेन पहुंचने लगी कि डीलर्स मनमाने तरीके से पैसे वसूले रहे हैं। इस तरह की कंप्लेन सामने आने के बाद प्रक्रिया को फिलहाल स्थगित कर दिया गया।

लगेगा मोटा जुर्माना

वाहन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट न लगी होने पर जुर्माना वसूला जा सकेगा। एक मार्च 2021 से ये प्रक्रिया लागू हो जाएगी। इसमें पहली बार पकड़े जाने पर 5 हजार और दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 हजार रुपया जुर्माना वसूला जा सकेगा। इसमें हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट न होने पर आरटीओ में वाहन का ट्रांसफर, फिटनेस आदि का काम नहीं हो सकेगा।

हाई सिक्योरिटी नबंर प्लेट की खासियत

- एल्युमिनियम की नंबर प्लेट में विशेष लॉक लगा है।

- न इसे बदला जा सकेगा, न ही तोड़ा जा सकेगा।

- इसे बाजार में बदला नहीं जा सकेगा।

- हर नबंर प्लेट पर सात अंकों का यूनिक नंबर होगा।

- प्लेट पर एक होलोग्राम बना है, जिस पर वाहन का इंजन और चैसिस नंबर अंकित होगा।

- इस पर प्रेशर से नंबर लिखे गए हैं, इनको मिटाया नहीं जा सकता है।

- प्लेट में मौजूद विशेष लॉक को स्नैप लॉक से विभाग से कनेक्ट कर दिया जाएगा।

वाहन के शीशे पर लगेगा बार कोड

आरटीओ ऑफिस में रजिस्टर्ड होने वाले वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट और बार कोड से लैस होने पर ही वाहन को रोड पर उतारा जाएगा। ये शीशे के फ्रंट और बैक में लेफ्ट की तरफ अंकित किया जाएगा। इस बार कोड पर वाहन की पूरी डिटेल दर्ज होगी। इसको कोड स्कैनर के माध्यम से स्कैन करके वाहन और उसके मालिक की पूरी जानकारी मिल सकेगी। इस बार कोड को बदलने के लिए गाड़ी का शीशा ही तोडना पड़ेगा।

अभी वर्ष 2007 से रजिस्टर्ड हुए वाहन को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के निर्देश दिए थे, लेकिन डीलर द्वारा मनमाने तरीके से पैसे वसूलने की कंप्लेन प्राप्त हो रही थीं। इसी को ध्यान में रखते हुए अभी फिलहाल इसको स्थगित कर दिया गया है। इसके लिए नए सिरे से सॉफ्टवेयर तैयार कर नए सिरे से व्यवस्था की जा रहा है। इसके बाद नबंर प्लेट लगाई जाएगी। अब केवल यूपी ही बचा है, अन्य राज्यों में प्लेट लग चुकी है।

अनिल कुमार एआरटीओ आगरा