आगरा:डॉ। भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट आफ इंजीनिय¨रड एंड टेक्नोलाजी(आईईटी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टायकेथॉन 2021 के दूसरे चरण के लिए नोडल सेंटर बनाया गया है। दूसरा चरण ऑनलाइन होगा। 22 से 24 जून तक होने वाले इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक दिन वर्चुअल जुड़कर प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे।

क्या है टायकेथॉन?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल जनवरी में टायकेथॉन लांच किया है। इसके तहत प्रतियोगियों को नए खिलौने और गेम का कांसेप्ट तैयार करना होगा। गेम भारतीय सयता, इतिहास, संस्कृति, पौराणिक कथा आदि पर आधारित होंगे। इसमें 50 लाख रुपए तक के इनाम जीतने का मौका है।

नेशनल टॉय फेयर में मिलेगा मंच

विजेताओं को अपने कांसेप्ट को नेशनल टॉय फेयर में दिखाने का भी मौका मिलेगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। इसके अलावा बेहतरीन टॉय कांसेप्ट को कारोबार में शामिल करने के लिए उद्योग और निवेशकों से समर्थन लिया जाएगा। इसमें केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल ने ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निक एजुकेशन (एआईसीटीई), महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का सहयोग लिया है। आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक इसका उद्देश्य दिव्यांग बच्चों के लिए खिलौने तैयार करने के साथ शारीरिक और मानसिक फिटनेस को बढ़ावा देना है। इसके अलावा वैदिक गणित का प्रचार करना है। इस प्रतियोगिता का फोकस राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना और सांस्कृतिक विविधता का समान है। इसी के साथ स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, डिजिटल इंडिया और एक भारत, श्रेष्ठ भारत जैसे मिशन को समर्थन देना भी है।

ये कर सकते हैं टायकेथॉन में पार्टिसिपेट

स्टूडेंट्स

टीचर्स

स्टार्ट अप

खिलौने से संबंधित विशेषज्ञ

पेशेवर लोग

नॉर्थ जोन की 18 टीमें लेंगी भाग

देशभर में इस प्रतियोगिता के लिए 66 सेंटर बनाए गए हैं। आईईटी नॉर्थ जोन के पांच या छह सेंटरों में से एक है। इस सेंटर पर 18 टीमें भाग लेंगी। इनका मूल्यांकन एआईसीटीई द्वारा बनाया गया निर्णायक मंडल करेगा।

प्रधानमंत्री किस दिन जुड़ेंगे, यह अभी घोषित नहीं है। यह प्रतियोगिता पहले फिजीकल व डिजिटल मोड दोनों में होनी थी, पर फिलहाल फिजीकल मोड को स्थगित कर दिया गया है। संस्थान से नमन गर्ग, डॉ। गिरीश कुमार सिंह व डॉ। शैलेंद्र सिंह इसके समन्वयक हैं।

प्रो। वीके सारस्वत, निदेशक, आईईटी