- चार से पांच हजार रुपये में पूरे एग्जाम में अच्छे नंबर का भरोसा

- माफियाओं के मंसूबे फेल करने को फ्लाइंग स्क्वॉयड ने बनाया प्लान

आगरा। डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवíसटी की फाइनल ईयर की परीक्षा में नकल माफिया सक्रिय हैं। एग्जाम में नकल कराने के एवज में परीक्षार्थी से चार से पांच हजार रुपये लिए जा रहे हैं। इसकी भनक लगने पर फ्लाइंग स्क्वॉयड ने नकल माफियाओं के मंसूबों को फेल करने की योजना तैयार की है।

नकल रोकने को बनाई रणनीति

फ्लाइंग स्क्वॉयड को नकल की शिकायतें मिल रहीं हैं। लेकिन, फ्लाइंग स्क्वॉयड के गेट पर पहुंचते ही अव्यवस्थाओं को दूर कर लिया जाता है। ऐसे में फ्लाइंग स्क्वॉयड के लिए नकल माफियाओं पर शिकंजा कसना चुनौती भरा साबित हो रहा है। ऐसे में फ्लाइंग स्क्वॉयड ने भी रणनीति तैयार कर ली है। फ्लाइंग स्क्वॉयड ने ऐसे परीक्षा केंद्रों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है, जहां नकल माफियाओं द्वारा परीक्षाíथयों को आंसर बताकर उनका पेपर सॉल्व कराया जा रहा है। इसके बाद ऐसे परीक्षा कें द्रों पर होने वाले महत्वपूर्ण पेपर की डेट में अलग-अलग समय में फ्लाइंग स्क्वॉयड पूरे टाइम बैठेंगे। जिससे नकल माफिया नकल नहीं करा पाएंगे।

अच्छे नंबर का दिया जा रहा भरोसा

कोरोना काल में एग्जाम के पुराने पैटर्न को बदलकर बहुविकल्पीय प्रश्नों के आधार पर एग्जाम कराए जा रहे हैं। ऐसे में परीक्षाíथयों को बिना कुछ लिखे ओएमआर शीट्स पर प्रश्नों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह सॉल्व करना है। लेकिन, इसमें भी नकल माफिया सक्रिय हो गए हैं। इसके लिए कुछ केंद्रों पर नकल कराई जा रही है। स्टूडेंट्स को अच्छे नंबर दिलाने का भरोसा दिलाया जा रहा है। फ्लाइंग स्क्वॉयड को भी कई महाविद्यालयों में नकल कराने की शिकायत मिली है।

10 मिनट में पेपर सॉल्व का दावा

नकल माफिया 10 मिनट में पेपर सॉल्व कराने का हवाला देकर स्टूडेंट्स से मोटी रकम वसूल कर रहे हैं। एत्मादपुर के एक कॉलेज में बीएससी फाइनल की परीक्षा दे रहे परीक्षार्थी ने बताया कि एग्जाम के अंतिम समय में 10 मिनट के भीतर पेपर सॉल्व कराया जाता है। इससे किसी को कोई परेशानी भी नहीं हुई। ऑप्शनल क्वेश्चन को आसानी से बताते हुए क्वेशन के नंबर बोल कर आंसर बताए जाते हैं। जबकि इससे पहले हुए एग्जाम में थ्योरी को लिखने के साथ क्वेश्चन को सॉल्व करना पड़ता था। ऐसे में परीक्षाíथयों को नकल करना बहुत मुश्किल होता है। कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए ओएमआर शीट पर एग्जाम कराए जा रहे हैं, जो नकल माफियाओं के लिए बेहतर साबित हो रहा है।

नकल माफियाओं को मंसूबों को फेल करने के लिए योजना तैयार की गई है। महत्वपूर्ण पेपर में नकल कराने वाले कॉलेजों में फ्लाइंग स्क्वॉयड पूरे समय रहेगा। इतना ही नहीं पेपर सील करने के बाद ही वहां से स्क्वॉयड हटेगा। इस तरह से नकल माफियाओं पर अंकुश लगाया जाएगा।

प्रोफेसर लवकुश मिश्रा, फ्लाइंग स्क्वॉयड प्रभारी