आगरा। अर्जुन नगर में रहने वाले शिवम माहेश्वरी का लाइट और साउंड का कारोबार है। उनके दो बेटे है, बड़ा बेटा शौर्य इंग्लिश मीडियम स्कूल में क्लास पांच का छात्र है, पत्नी पिंकी हाउस वाइफ हैं। शुक्रवार सुबह 11.20 बजे शौर्य घर से कमाल खां के लिए निकला था, जहां शिवम का छोटा भाई रहता है। वहीं पास में शिवम का लाइट और साउंड का कार्य चल रहा था। शौर्य अपनी मां से चाचा के घर जाने की कहकर निकला था।

सीसीटीवी में नजर आया किशोर
शुक्रवार देर-रात तक शौर्य घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने उसको तलाश करना शुरू कर दिया। ऐसे में कमाल खां में जब सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया तो उसमें 1.8 बजे किशोर वापस अपने घर अर्जुन नगर जाने के लिए निकला था, लेकिन देर-शाम तक घर नहीं पहुंचा। परिजनों अनहोनी की आशंका पर इसकी सूचना पुलिस को दी,

मजदूरों ने व्यक्त की आशंका
कमला खां स्थित तालाब के पास कुछ दूरी पर एक मकान में निर्माण कार्य चल रहा था। जहां मजदूरों को कुछ तालाब मेेें जाने की आशंका हुई। इस पर आसपास के लोगों ने भी बांस और बल्ली की मदद से उस स्थान पर सर्च करना शुरू कर दिया। जब काफी समय तक कुछ नहीं मिला तो पीएसी के गोताखोरों द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया।

शौर्य के नाम से की शिनाख्त
बीस घंटे रेस्क्यू के बाद पीएसी के गोताखोरों द्वारा किशोर का बाहर निकाला गया, जिसकी शिनाख्त किशोर के परिजनों ने शौर्य माहेश्वरी के रूप में की। बेटी की मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।


पढ़ाई के साथ पिता के कार्य में भी करता था सहयोग
शौर्य के पिता शिवम माहेश्वरी ने बताया कि 12 साल का शौर्य क्लास पांच का छात्र था, पढऩे में अव्वल रहता था, साथ ही पिता के कार्य में भी सहयोग करता था, शादी, पार्टियों में लेपटॉप से गाना-बजाने का कार्य करता था। शुक्रवार को जब शिवम घर से निकले तो उस समय शौर्य सो रहा था, मां पिंकी से चाचा के घर जाने की पूछकर कमालखां के लिए निकल गया।

कचरे से भरा दलदल बना मौत का कारण
कमला खां के लोगों का कहना है कि यह तालाब काफी पुराना है, आसपास के घरों का पानी और कचरा भी यहीं जमा होता है, इसे उस स्थान पर 25 से 30 फुट का दलदल बन गया है। ऐसे में शौर्य घर वापस लौटते समय तालाब में टॉयलेट के लिए गया तो डूब गया, इस दौरान उसकी चीख भी नहीं निकली।

-सवालों के नहीं जबाव
-अवैध रूप से कचरे पर क्यों नहीं लिया गया एक्शन
-लाखों की आबादी में तालाब से बनी रहता थी हादसे की आशंका
-घरों से निकलने वाले नाली के पानी से खाली मैदान में भरा पानी
-एक ही जगह पानी भरने से बन गया मैदान दलदल
-जनप्रतिनिधि और प्रशासन ने क्यों नहीं की समस्या निस्तारण की पहल


कमाल खां स्थित खाली मैदान में कुछ मजदूरों ने दलदल में किसी के जाने की आशंका व्यक्त की थी, सर्च ऑपरेशन के बाद किशोर को निकाला गया, इसकी शिनाख्त शौर्य के रूप में की गई, अंतिम संस्कार किया गया है।

-अर्चना सिंह, सीओ लोहामंडी