आगरा। अग्रवन से वाटरव‌र्क्स तक बिछाई जाने वाली 160 मीटर की पाइपलाइन अभी तक नहीं बिछ सकी है। यमुना में लगातार जलस्तर कम हो रहा है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि ऐसे ही यमुना में जलस्तर कम होता रहा, तो वाटर व‌र्क्स से पेयजल आपूर्ति ठप हो सकती है। आधे से ज्यादा शहर में वाटरव‌र्क्स के अलावा पेयजल आपूर्ति की कोई व्यवस्था नहीं है। जलकल के जीएम आरएस यादव ने गोकुल बैराज से पानी डिस्चार्ज करने का अनुरोध करते हुए सिंचाई विभाग को पत्र लिखा है।

जुलाई में पाइपलाइन के बिछाने का काम होना था पूरा

अग्रवन से वाटर व‌र्क्स तक 160 मी। तक बिछाए जाने वाली पाइपलाइन को जुलाई 2019 तक पूरा करना था। लेकिन अभी एक महीने में भी काम पूरा होते नहीं दिख रहा है। ऐसे में यदि पानी कम हुआ तो आधे शहर की पेयजल आपूर्ति खतरे में पड़ जाएगी। इस बारे में जलनिगम के गंगाजल के प्रभारी प्रोजेक्ट डायरेक्टर आरके गर्ग का कहना है कि एनएचएआई से एक तो देर से अनुमति मिली। फिर बारिश शुरु हो गई। इसके कारण विलम्ब हुआ है।

480 फुट पर पहुंचा यमुना का जलस्तर

यमुना का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। मौजूदा समय में यमुना का जलस्तर 480 फुट पर पहुंच गया है। वाटरव‌र्क्स से पेयजल आपूर्ति के लिए 482.6 फुट होना जरूरी है। इससे कम होने पर वाटर व‌र्क्स ठीक से काम नहीं कर पाता है। ऐसे में 482. फुट जलस्तर होना आवश्यक है।

ये है शहर की पेयजल आपूर्ति का इंफ्रास्ट्रक्चर

- 600 एमएलडी शहर की जरूरत

- 20 लाख शहर की जनसंख्या

- 3 चरणों में 540 एमएलडी पानी का लक्ष्य

- 13 वर्ष बाद आगरा को मिला गंगाजल

- 130 किमी। पाइपलाइन डालकर 150 क्यूसेक गंगाजल लाया गया था।

- 03 चरणों में शहर में होगी गंगाजल की आपूर्ति

जीवनी की मंडी वाटर व‌र्क्स प्लांट:

- 03 प्लांटों की संख्या

- 45 एमएलडी

-90 एमएलडी

- 90 एमएमडी

-225 एमएलडी कुल आपूर्ति

- 180 एमएलडी पानी की आपूर्ति होनी चाहिए

- 135 एमएलडी की हो पा रही आपूर्ति

सिकंदरा प्लांट

288 कुल एमएलडी के दो प्लांट

144 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति हो रही है

- एक प्लांट तैयार किया जा रहा है।

- 75-100 एमएलडी पानी की आपूर्ति