मथुरा की नाबालिग प्रेमिका ने प्रेमी से कर ली थी शादी

बेटी होने के बाद लौटी, कोर्ट के आदेश पर आगरा के आशा ज्योति केंद्र में रखी गई हैं मां-बेटी

जुलाई में बालिग होने पर अपनी इच्छा से जा सकेगी प्रेमी या परिजन के पास

आगरा : छह माह की अबोध बेटी को अपने पिता से मुलाकात के लिए मां के बालिग होने का इंतजार है। इधर, अबोध की मां बेकरार है। वह जुलाई में बालिग हो जाएगी। अपनी इच्छा के अनुसार प्रेमी या स्वजन किसी के पास भी जा सकेगी। वह उस घड़ी का बेसब्री इंतजार कर रही है।

परिवार के साथ जाने से किया मना

मामला मथुरा के बरसाना इलाके का है। नाबालिग लड़की को बरसाना के ही रहने वाले एक लड़के से प्यार हो गया। लड़की परिवार वालों की मर्जी के खिलाफ करीब डेढ़ साल पहले प्रेमी के साथ चली गई थी। प्रेमी-प्रेमिका ने मंदिर में शादी कर ली थी। दोनों लौटे तो अबोध बेटी उनकी गोद में थी। प्रेमिका के नाबालिग होने के चलते पुलिस ने उसे बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया। लड़की ने परिवार के साथ जाने से मना कर दिया। इस पर समिति ने लड़की और उसकी अबोध बेटी के भविष्य को देखते हुए प्रेमी की बहन के पास रखने के निर्देश दे दिए।

पिता ने हाईकोर्ट में लगाई गुहार

प्रेमिका के पिता ने इसके खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर दी। उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रेमिका को अबोध बेटी के साथ आगरा में आशा ज्योति केंद्र में रखा गया है। वह जुलाई में 18 साल की हो जाएगी। बालिग होने के बाद वह अपनी इच्छा के अनुसार प्रेमी या परिजन के साथ जा सकती है। उधर, मां और अबोध बेटी की सुरक्षा की जिमेदारी आशा ज्योति केंद्र में तैनात पुलिसकर्मियों को दी गई है। उच्च न्यायालय द्वारा पूरे मामले की मॉनीट¨रग की जा रही है। आशा ज्योति केंद्र द्वारा प्रत्येक सप्ताह उसकी रिपोर्ट उच्च न्यायालय को भेजी जा रही है।