किसी तरह बदला कोच
पैसेंजर्स धीरेंद्र विरह ने बताया कि वो जनरल कोच में सफर कर रहे थे। वो सीट नंबर 10 और पत्नी 11 व बेटी दिव्या 12 नंबर पर बैठी थी। अचानक तेज झटका लगा और आवाज से पैसेंजर्स सहम गए। पहले तो लगा ट्रेन में आग लग गई, लेकिन फिर जिस तरीके से धमाका हुआ। धुआं नहीं दिखाई पड़ा। खिड़की से बाहर की तरफ देखने पर पता चला कि ट्रेन पटरी से उतर गई है। परिवार के साथ कोच से नीचे आ गए फिर एसी कोच में सवार हुए।

मच गई चीख-पुकार
पैसेंजर शिराज मोहम्मद ने बताया कि करीब 30 किमी की गति से ट्रेन दौड़ रही थी। झटका लगने के बाद जैसे ही बाहर की तरफ देखा। अंधेरे में सिर्फ धूल सी दिखी और चीख पुकार सुनाई पड़ी। समय पर कोच से बाहर निकल आए। पैसेंजर जेएस गुप्ता ने बताया कि दुर्घटना के बाद जिस तरीके से मदद जल्द आनी चाहिए, उसमें थोड़ा वक्त लगा। बेपटरी हो चुके चार जनरल कोच को काट कर अलग किया गया। पैसेंजर्स को स्लीपर और एसी कोच में किसी तरीके से बैठाया गया। डीजल इंजन की मदद से ट्रेन को अजमेर स्टेशन ले जाया गया। सोमवार सुबह 10 बजे जयपुर स्टेशन पहुंचे। पैसेंजर विमल कुमार ने बताया कि ट्रेन में पांच जनरल कोच थे, जिसमें चार कोच पटरी से उतर गए। जनरल कोच के बाद एसी कोच लगे थे।
---
जल्दी उतरो, बच जाएगी जान
साबरमती एक्सप्रेस के एसी कोच में कंडक्टर एसके शिवहरे, हीरेश कुमार, चंद्र कुमार, बीएस माली सहित अन्य की ड्यूटी थी। जैसे ही ट्रेन मालगाड़ी से टकराई। इंजन और चार साधारण कोच पटरी से उतर गए। रेलवे स्टाफ ने पैसेंजर्स को नीचे उतारना शुरू कर दिया। कई पैसेंजर्स कोच से नीचे कूद गए। इससे उनके पैर में चोट आई तो कुछ के कंधे में चोट आई।
---
साढ़े सात घंटे की देरी से कैंट पहुंची ट्रेन
साबरमती-कैंट एक्सप्रेस सुबह 7.10 कैंट स्टेशन पहुंचती है, लेकिन यह ट्रेन साढ़े सात घंटे की देरी से सोमवार दोपहर ढाई बजे पहुंची। प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर एडीआरएम प्रणव कुमार, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन कुमार वर्मा, प्रशस्ति श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी पहुंचे और पैसेंजर्स से बातचीत की।
---
और मौत छूकर निकल गई
पैसेंजर विष्णु शर्मा ने बताया कि रविवार को जिस तरीके से साबरमती-आगरा कैंट एक्सप्रेस के कोच पटरी से उतरे। ट्रेन से उतरकर जो नजारा देखा। उससे तो यही लगा कि मौत छूकर निकल गई। सबसे पहले परिजन को फोन कर अपने बारे में बताया। कई और पैसेेंजर्स की मदद की।
---
कई पैसेंजर्स का छूट गया सामान
पैसेंजर बंटू ने बताया कि साबरमती एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद कोच में अफरातफरी मच गई। इमरजेंसी खिड़की से कई पैसेंजर कूद गए। इसके चलते उनका सामान कोच में ही छूट गया। हालांकि एक घंटे के बाद सामान मिल गया।
---
भगवान ने बचा लिया
पैसेंजर दिव्या ने बताया कि जिस तरीके से चार जनरल कोच पटरी से उतरे हैं। उसे देखकर तो यही लगता है कि भगवान ने बचा लिया। घर पहुंचकर प्रसाद बाटूंगी। भगवान ने नई ङ्क्षजदगी दी है।
---
भूल गए खाना-पानी
पैसेंजर शोभा ने बताया कि घटना के बाद उन्हें सिर्फ घर जाना याद रहा। खाना-पानी भूल गए। डर इतना था कि पूछो मत। एक ही बात लग रही थी। जल्दी से ट्रेन कैंट स्टेशन पहुंच जाए।
---
कैंट स्टेशन में बनाई गई हेल्प डेस्क
साबरमती-आगरा एक्सप्रेस के यात्रियों की सलामती की जानकारी के लिए कैंट स्टेशन के मुख्य गेट के समीप हेल्प डेस्क भी बनाई गई। रेलवे द्वारा हेल्प लाइन नंबर 0145-2429642 भी जारी किया गया। दो दर्जन से अधिक पैसेंजर्स के परिजन ने हेल्प डेस्क में जानकारी ली।
----
बॉक्स
अजमेर-आगरा फोर्ट सहित छह ट्रेनें कर दी रद
साबरमती-आगरा कैंट के इंजन और चार कोच पटरी से उतरने की घटना के तुरंत बाद रेलवे ने अजमेर-आगरा फोर्ट सहित छह ट्रेनों को रद कर दिया। इससे नाराज यात्रियों ने हंगामा भी किया। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि अजमेर-दिल्ली सराय रोहिल्ला, अजमेर-गंगापुर सिटी, अजमेर-रेवाड़ी एक्सप्रेस, मारवाड़-जयपुर एक्सप्रेस को रद किया गया। वहीं आधा दर्जन ट्रेनों को बदले हुए रूट से चलाया गया।



------------
चित्तौडग़ढ़-रतलाम के बीच यमुना ब्रिज एक्सप्रेस आज भी रद

रेलवे द्वारा धोसावाल से नामली स्टेशन के मध्य ट्रैक के दोहरीकरण का कार्य शुरू किया गया है। इसके चलते सोमवार को यमुना ब्रिज-रतलाम एक्सप्रेस को चित्तौडग़ढ़ से रतलाम के मध्य निरस्त कर दिया गया। मंगलवार को भी यह ट्रेन निर्धारित स्टेशन के मध्य निरस्त रहेगी। वहीं डाउन ट्रेन रतलाम से चित्तौडग़ढ़ के मध्य मंगलवार और बुधवार को रद रहेगी।
----
नई दिल्ली से आगरा के बीच चलेगी विशेष ट्रेन
आगरा। होली के त्योहार को देखते हुए रेलवे 21 से 24 मार्च तक नई दिल्ली से आगरा तक विशेष ट्रेन का संचालन करेगा। यह ट्रेन नई दिल्ली से सुबह 6.20 बजे चलेगी। सुबह 11.15 बजे आगरा कैंट स्टेशन पहुंचेगी। दोपहर ढाई बजे कैंट स्टेशन से नई दिल्ली के लिए रवाना होगी। वहीं पैसेंजर्स की भीड़ को देखते हुए रेलवे द्वारा आधा दर्जन ट्रेनों का भी संचालन किया जा रहा है।

बसों के संचालन पर रखी जाएगी नजर
होली के मौके पर रोडवेज विभाग अतिरिक्त 200 बसों का संचालन करेगा। बसों के संचालन पर नजर रखी जाएगी। इसके लिए आधा दर्जन अधिकारियों की आईएसबीटी, बिजलीघर, ईदगाह बस स्टैंड में तैनाती की गई है।