आगरा। एएसआई के आधीक्षण पुरातत्वविद आरके पटेल ने बताया कि कुछ समय से ताजमहल पर बंदरों की परेशानी काफी बढ़ गई है। कई बार अंजाने में टूरिस्ट्स सेल्फी के लिए बंदरों के पास जाते हैं और बंदर डर कर हमला कर देते हैं। इसके लिए एएसआई टूरिस्ट्स को हिदायत दे रहे हैं कि बंदरों से दूरी बनाएं। ताजमहल पर जगह-जगह साइनबोर्ड लगाकर बंदरों से बचकर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही ताजमहल के दोनों एंट्री गेट पर लगी एलईडी पर बंदरों से बचने के लिए जागरूक रहने के वीडियो भी चलाए जा रहे हैं।


शिफ्ट होंगे बंदर
आरके पटेल ने बताया कि बंदरों को शिफ्ट करने के लिए वन विभाग, वाइल्ड लाइफ एसओएस और नगर निगम तीनों से बात की जा रही है। तीन अन्य वेंडर्स से भी बात की गई है। पहले बंदरों के आने के मुख्य रास्तों को चिन्हित किया जा रहा है। इन रास्तों पर बंदरों के आने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगाई जाएंगी। आरके पटेल बताया कि कानून के दायरे में रहकर बंदरों की शिफ्टिंग के भी प्रयास किए जाएंगे। परमिशन लेकर एएसआई के खर्च पर अन्य विभाग बंदरों को यहां से पकड़ कर सुरक्षित प्राकृतिक वातावरण में छोड़ दिया जाए। हालांकि यह उपाय लंबे समय तक का नहीं है, क्योंकि बंदर दोबारा वापस आ सकते हैं।


टूरिस्ट्स को सुरक्षा और हेल्दी वातावरण देना ही हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए बंदरों को शिफ्ट करने और टूर्स्टिस को बंदरों से बचाने के लिए जागरुक किया जा रहा है।
- आरके पटेल, अधीक्षण पुरातत्वविद, एएसआई, आगरा सर्किल