आगरा। सात एसटीपी में से तीन ही काम कर रही हैं। इसमें नगला बूढ़ी 2.25 एमएलडी, धांधूपुरा 78 एमएलडी, जगनपुर 14 एमएलडी की एसटीपी ही पूर्ण रुप से काम कर रही है। वहीं बवाग कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर अनुज तिवारी ने बताया कि सभी सात एसटीपी काम कर रहीं हैं, जब दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट ने सवाल किया कि 180 एमएलडी की कैपेसिटी होते हुए भी 140 एमएलडी वेस्ट क्यों ट्रीट हो रहा है। इस पर उनका कहना था कि अन्य में फ्लो न होने कारण ट्रीट नहीं हो पा रहा है। इसीलिए तीन नई एसटीपी बनाया जाना प्रस्तावित है।

बवाग कंपनी की है जिम्मेदारी

शहर में सात एसटीपी और 28 स्टेशनों को संचालित करने की जिम्मेदारी बवाग कंपनी की है। इस पर शासन द्वारा प्रति वर्ष 42.50 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। इसके बाद भी क्षमता के अनुरुप ड्रेन का वेस्ट ट्रीट नहीं हो पा रहा है।


क्षमता 220.75 एमएलडी ट्रीट हो रहा 140 एमएलडी

एक ओर बवाग के अधिकारी इस बात का दावा कर रहे रहे हैं कि सात एसटीपी पूर्ण क्षमता से काम कर रही है, जबकि कंपनी के आंकड़े अफसरों के इस दावे की पोल खोलते नजर आ रहे हैं। सात एसटीपी की क्षमता 220.75 एमएलडी की है। ड्रेन के वेस्ट 140 का ही ट्रीट हो पा रहा है।


एसटीपी का नाम कैपेसिटी एमएलडी में
धांधूपुरा 78.00
पीलाखार 10.00
नगला बूढ़ी 2.25
जगनपुर 14.00
देवरी रोड 12.00
बिचपुरी 40.00
धांधूपुरा 24.00
बिचपुरी एडीए 36.00

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कुल 220.75 एमएलडी 140.50


शहर में हर रोज निकल रहा 286 एमएलडी वेस्ट
- सात एसटीपी में से तीन ही ठीक से कर रही काम
- 140 एमएलडी का ही हो पा रहा ट्रीट
- 92 नाले शहर में
- सात बड़े ड्रेन हैं अपस्ट्रीम में


सात एसटीपी हैं, इनमें से कुछ एसटीपी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। ये नए बने हैं, तो फ्लो ठीक नहीं हैं। नमामि गंगे योजना के तहत तीन नए एसटीपी बनाए जाने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया है।
यदुनाथ सिंह एक्सईएन यमुना एक्शन प्लान