आगरा: ड्राइविंग लाइसेंस बनने का कार्य सोमवार से आरटीओ में शुरू हो गया। लाइसेंस बनवाने के लिए सुबह से ही लाइन लग गई। हालांकि तकनीकी गड़बड़ी के चलते लìनग लाइसेंस के स्लॉट खाली होने के बाद भी फुल दर्शा दिए गए। इससे लìनग लाइसेंस बनवाने के लिए 84 आवेदक ही पहुंचे।

23 अप्रैल से बंद थी प्रक्रिया

कोरोना की दूसरी लहर में आरटीओ में 23 अप्रैल से लìनग लाइसेंस का कार्य बंद कर दिया गया था। अब लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लìनग लाइसेंस के लिए 300 स्लॉट बुक होते हैं। तकनीकी गड़बड़ी के चलते 100 स्लॉट बुक होने के बाद फुल दर्शा दिए गए। इससे 84 आवेदक ही लìनग लाइसेंस बनवाने के लिए पहुंचे। वहीं, स्थायी लाइसेंस के लिए 180 आवेदकों के ही स्लॉट बुक किए जा सकते हैं। मगर, स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए 203 आवेदक पहुंचे। संभागीय निरीक्षक देवदत्त ने बताया कि लìनग लाइसेंस बनवाने के लिए 84 आवेदक पहुंचे। वहीं स्लॉट फुल दिखाने की वजह से लोग बुक नहीं करा पाए। इस तकनीकी कमी को दूर कराया गया है। जिससे स्लाट बुक हो सके.आरटीओ कार्यालय के बाहर दुकानों के बाहर भी लोगों की भीड़ लगी रही।

30 जून तक के स्लाट करा सकते हैं बुक

लाइसेंस बनवाने के लिए ऑनलाइन स्लाट बुक कराना पड़ता है। 30 जून तक के लिए स्लॉट खोले गए हैं। जिससे सीमित संया में ही लोग लìनग लाइसेंस बनवाने के लिए पहुंचे।

लìनग लाइसेंस बनवाने के लिए 84 आवेदक पहुंचे। वहीं स्लॉट फुल दिखाने की वजह से लोग बुक नहीं करा पाए। इस तकनीकी कमी को दूर कराया गया है। जिससे स्लाट बुक हो सके।

देवदत्त, संभागीय निरीक्षक