-कमलानगर डकैती कांड में 25 हजार के ईनामी का नाटकीय अंदाज में सरेंडर

-पुलिस की घेराबंदी पर उठे सवाल, अफसरों का दावा दबाव के चलते उठाया कदम

-एसएसपी ने डकैती कांड के आरोपियों की गिरफ्तारी को 9 टीमों का किया है गठन

आगरा: कमलानगर डकैती कांड के आरोपी ने खुलेआम सरेंडर कर दिया। वह आराम से कमलानगर थाने पहुंचा और खुद बोला कि 'मैं प्रभात शर्मा, मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा में डकैती डालने वालों में मैं भी शामिल था। मुझे गिरफ्तार कर लो'। जिसकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही थी, उसको एकबारगी सामने देखकर पुलिसकर्मियों को विश्वास नहीं हुआ। आनन-फानन में उसे गिरफ्तार किया गया। लेकिन, प्रभात के सरेंडर ने पुलिस के बदमाशों पर शिकंजा कसने के तमाम दावों की पोल भी खोल दी। एक वांछित आरोपी बडे आराम से थाने में सरेंडर कर देता है और पुलिस बेखबर रहती है। हालांकि आला अधिकारी इसे पुलिस की कार्रवाई के दबाव से सरेंडर बता रहे हैं।

दोपहर में पहुंचा थाने

कमला नगर स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा में डकैती में पुलिस लाला गैंग के चार सदस्यों को जगह-जगह तलाश रही है। गैंग का एक सदस्य प्रभात शर्मा स्वयं ही बुधवार दोपहर थाने पहुंच गया, और सरेंडर कर दिया। आईजी रेंज नवीन अरोड़ा ने बताया कि प्रभात शर्मा थाने आने से पहले अपने कई परिचितों को आत्मसर्मपण करने के बारे में जानकारी देकर आया था। उसने घटना में शामिल होना स्वीकार किया है। प्रभात ने पुलिस को बताया कि सबसे पहले वह शाखा पर पहुंचा था। उसके संकेत देने पर ही अन्य बदमाश आए थे। बदमाश शाखा में प्रवेश कर गए तो वह पार्क में खड़ा होकर निगरानी करता रहा। वारदात के बाद वह अन्य साथियों के साथ निकल गया था। लूटा हुआ बचा माल सरगना नरेंद्र उर्फ लाला के पास ही है।

पुलिस के दावों पर सवाल

कमलानगर डकैती कांड के कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने निर्दोष और मनीष पाण्डेय दो आरोपियों को बदमाशों में ढेर कर दिया था। लूटा गया सोना और कैश भी बरामद किया। पुलिस इसे अपना बड़ा गुडवर्क बता रही थी। नरेंद्र लाला समेत फरार अन्य आरोपियों की तलाश में भी लगातार दबिश दी जा रही थी। फिरोजाबाद, नोएडा समेत अन्य जिलों में पुलिस की टीमें डेरा डाले हुए थीं। प्रभात शर्मा की भी पुलिस को तलाश थी। लेकिन वह पुलिस की आंखों में धूल झोंकते हुए थाने में ही सरेंडर करने में कामयाब रहा। इससे पुलिस की घेराबंदी पर सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर जिन बदमाशों की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रहीं हैं, वह थाने में सरेंडर करने में कैसे कामयाब हो गया।

सातवें बदमाश की मिली जानकारी

प्रभात शर्मा से पुलिस को सातवें बदमाश संतोष जाटव उर्फ चाचा के बारे में भी जानकारी मिली है। अब तक पुलिस घटना में छह बदमाशों का शामिल होना मानकर चल रही थी। पुलिस की 10 टीमें गैंग के सरगना व अन्य बदमाशों की तलाश में दबिश दे रही है।

ये थी घटना

17 जुलाई को आधा दर्जन बदमाशों ने मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा में दिनदहाड़े डकैती डालकर साढ़े पंद्रह किलो सोना व छह लाख रुपए का कैश लूट लिया था। पुलिस ने उसी दिन दो बदमाशों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। उनसे साढ़े सात किलो सोना व डेढ़ लाख रुपए का कैश बरामद कर लिया। गैंग सरगना नरेंद्र उर्फ लाला पर एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण ने एक लाख रुपए और प्रभात शर्मा, अंशू और रेनू शर्मा पर एसएसपी मुनिराज जी। ने 25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है।

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पुलिस के दबाव में डकैती के आरोपी ने प्रभात शर्मा ने सरेंडर किया है। मैं एसएसपी समेत आगरा पुलिस को बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने इतना दबाव बनाया हुआ है कि आरोपी सरेंडर करने के लिए मजबूर हो गया। पुलिस एक-एक आरोपी की हिस्ट्री खंगाल रही है। सरेंडर आरोपी फिरोजाबाद का रहने वाला है।

-नवीन अरोरा, आईजी, आगरा रेंज