= महामारी से बचने के लिए मास्क का प्रयोग जरूर करें

= अधूरा इलाज कराने से ठीक नहीं होता टीबी का रोग

आगरा। वर्तमान समय में कोविड-19 और टीबी जैसे घातक रोग से खुद को बचाना जरूरी है। उसके लिए मास्क का प्रयोग जरूर करें। सोशल डिस्टेसिंग और सेनेटाइजर के जरिए कोविड जैसे रोग से बचा जा सकता है।

वैक्सीन के बाद भी लगाएं मास्क

मास्क का प्रयोग सिर्फ कोविड से सुरक्षा नहीं करता है, बल्कि यह टीबी से भी बचाता है। खांसने-छींकने और खुले में थूकने से कोविड और टीबी का रोग फैलता है। अगर मास्क का इस्तेमाल किया जाए और उसके परिवार के लोग भी मास्क का इस्तेमाल करें तो बीमारी फैलने की आशंका समाप्त हो जाती है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ। यूबी सिंह ने बताया कि मास्क का इस्तेमाल सिर्फ कोविड से ही सुरक्षा नहीं करता है, बल्कि यह टीबी (क्षय रोग) से भी बचाता है। टीबी का प्रसार रोकने में मास्क बेहद कारगर है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड के टीके के प्रति संपूर्ण प्रतिरक्षण के बाद भी भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का इस्तेमाल सेहत की दृष्टी से अच्छा होगा। उन्होंने बताया कि अगर किसी के घर में टीबी का मरीज है तो रोगी के अलावा पूरे परिवार को मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।

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मास्क का प्रयोग जरूर करें

- मास्क को कभी भी बाहर की तरफ से इस्तेमाल के बाद न छुएं।

-सíजकल मास्क एक बार से ज्यादा प्रयोग न करें।

-कपड़े के मास्क को अच्छी तरह से धुलने के बाद ही इस्तेमाल करें।

-अकेले रहने पर मास्क लगाने की आवश्यकता नहीं है।

-मास्क को कभी उल्टा इस्तेमाल न करें।

टीबी के लक्षण:

-3 सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार जो खासतौर पर शाम को बढ़ता है ।

-छाती में दर्द, वजन का घटना, भूख में कमी आना

-बलगम के साथ खून आना

-फेफड़े का इन्फेक्शन और सांस लेने में दिक्कत टीबी के लक्षण हो सकते हैं ।

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टीबी से बचाव:

-टीबी से बचाव के लिए बच्चों को जन्म से 1 माह के अंदर टीबी का टीका लगवाएं ।

-खासते समय मुंह पर रुमाल रखें ।

-रोगी जगह-जगह ना थूके इसके साथ ही अल्कोहल और धूम्रपान का प्रयोग ना करें ।

-बीमारी होने पर पूरा इलाज कराने से की बीमारी ठीक भी हो जाती है ।

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-अगर लोग स्वच्छता का व्यवहार अपनाएं तो टीबी से छुटकारा आसानी से मिल सकता है। कोविड और टीबी से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। खांसते-छींकते समय कोविड के दौरान जो सावधानी बताई गयी है। उसे नियमित व्यवहार में अपना लेना चाहिए। ऐसा करने से न केवल टीबी जैसी बीमारी बल्कि वायरस से होने वाले कई प्रकार के फ्लू के नियंत्रण में मदद मिलेगी।

-डॉ.आरसी पांडेय

मुख्य चिकित्सा अधिकारी