-डायलिसिस किट, सिरिंज, डायलिसिस पाउडर सहित तीन कंपनियों की 10 लाख की दवाएं जब्त

-ताला तोड़कर जब्त की दवाएं, ट्रस्ट के अध्यक्ष मनीष गुप्ता और प्राचार्य के खिलाफ औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम के तहत कार्रवाई

आगरा: एसएस कालेज आफ एजुकेशन, खासपुरा दयालबाग में गुरुवार को औषधि विभाग की टीम ने पुलिस के साथ छापा मारा। कालेज के ग‌र्ल्स टायलेट, कामन रूम और केमिस्ट्री की लैब से डायलिसिस में इस्तेमाल होने वाली दवाओं का जखीरा मिला है। औषधि विभाग की टीम ने तीन कंपनियों की 10 लाख की दवाएं जब्त की हैं। ट्रस्ट के अध्यक्ष और प्राचार्य के खिलाफ औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम 1940 की धारा के अनुपालन में न्यायालय में वाद दायर किया जाएगा।

औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक ने बताया कि श्री राधे बिहारी ट्रस्ट द्वारा संचालित एसएस कालेज आफ एजुकेशन, 134 खासपुरा, दयालबाग में छापा मारा। यहां प्राचार्य विदुर सिंह चौहान निवासी फैजपुर, जौहरी नगर व कार्यालय अधीक्षक पवन कुमार कुशवाह निवासी पुष्पांजलि बाग, दयालबाग और चौकीदार देवेंद्र कुमार शर्मा निवासी नई बस्ती अलीगढ़ मिले। कालेज के छात्रा कामन रूम के टायलेट और बराबर वाले कमरे में दवाओं के कार्टन रखे हुए थे। केमिस्ट्री लैब (कमरा नंबर 42) में बड़ी संख्या में दवा के कार्टन रखे थे। ताला खोलने के लिए कहा गया, करीब एक घंटे तक ताला खोलने के लिए चाबी नहीं दी गई, इसके बाद ताला तोड़ा गया, इन कमरों से गुर्दा रोगियों की डायलिसिस में इस्तेमाल होने वाले नार्मल सेलाइन इन्फ्यूजन (बोतल) , डायलिसिस पाउडर , सिरिंज और डायलिसिस किट मिली हैं। यहां से टीम ने 100 बोरों में 10 लाख की दवाएं जब्त की हैं। तीन दवाओं के सैंपल जांच को लिए गए हैं। औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक ने बताया कि इस मामले में श्री राधे बिहारी ट्रस्ट के अध्यक्ष मनीष गुप्ता परिणय कुंज बाग फरजाना, आगरा और प्राचार्य विदुर सिंह चौहान के खिलाफ वाद दायर किया जाएगा। टीम में औषधि निरीक्षक राजकुमार शर्मा, दीपक कुमार, अनिल कुमार आनंद, सुनील कुमार मौजूद रहे।

लैब में खाना बनाने के बर्तन

केमिस्ट्री लैब में खाना बनाने के बर्तन रखे हुए थे। कालेज में छात्र छात्राएं आते हैं या नहीं नहीं ? प्रश्न का जवाब भी प्राचार्य ने नहीं दिया। टीम पूछताछ कर रही है।

कहां से आईं दवाएं, कहां होती हैं सप्लाई

औषधि निरीक्षक और पुलिस ने संचालक, प्राचार्य और कर्मचारियों से पूछताछ की। मगर, ये दवाएं कहां से आई हैं और कहां सप्लाई की जाती है। इसकी जानकारी नहीं दी गई। दवाएं सस्ती हैं, इसलिए 125 बोरे में जब्त की गई दवाओं की कीमत करीब 10 लाख है। दवा निर्माण कंपनियों से पूछताछ की जाएगी।

इन कंपनियों की मिली दवाएं

नार्मल सेलाइन इन्फ्यूजन । सबरूप फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड अलीगढ़

सिरिंज और डायलिसिस पाउडर । निप्रो जापान

डायलिसिस किट । एपेक्स अहमदाबाद