सीएमआरएस विजिट क्यों जरूरी?
मेट्रो के ऑपरेशन से पहले सीएमआरएस का इंस्पेक्शन काफी इंपोर्टेंट होता है। वह अपने इंस्पेक्शन में देखते हैं कि पैसेंजर्स की दृष्टि से ट्रेन के अंदर क्या-क्या सुविधाएं, सुरक्षा प्रबंध हैं। इसके अलावा स्टेशन भी चेक करते हैं कि पैसेंजर्स सुविधाएं जो चाहिए वे पूरी हैं या नहीं। अपनी विजिट के दौरान सीएमआरएस मेट्रो रूट, डिपो का भी बारीकी से इंस्पेक्शन करते हैं। सीएमआरएस के इंस्पेक्शन का रूट प्लान पहले से तय नहीं होता है। सीएमआरएस की टीम विजिट के दौरान मेट्रो ऑफिशियल को बताती है कि उन्हें किस प्वाइंट पर तैयारियों की समीक्षा करनी है। वह कहां जाना चाहते हैं। टीम के सदस्य 18 फरवरी से ही आना शुरू हो जाएंगे। 19 और 20 फरवरी को इंस्पेक्शन होगा।

ऑपरेशन के लिए ये दो विजिट अहम
मेट्रो के ऑपरेशन के लिए सीएमआरएस के साथ सीआईएसएफ विजिट भी अहम होती है। आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की हाल ही में सीआईएसएफ की ओर से विजिट की गई थी। प्रायोरिटी कॉरिडोर के छह मेट्रो स्टेशंस का केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की चार सदस्यीय टीम ने निरीक्षण किया। सीनियर कमांडेंट मिथलेश कुमार ने प्रत्येक स्टेशन में पैसेंंजर्स की सुरक्षा की जानकारी ली। साथ ही पैसेंजर्स किस तरीके से एंटर और एक्जिट करेंगे, इसका भी डेमो किया गया था। इसके बाद ही मेट्रो स्टेशन और डिपो पर यूपीएसएसएफ (उत्तर प्रदेश स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स) के जवानों को तैनात किया गया। सीआईएसएफ टीम की विजिट के बाद ही सीएमआरएस की टीम विजिट करती है।

प्रोजेक्ट के अन्य हिस्से में भी तेजी से कार्य
सिकंदरा तिराहा से टीडीआई मॉल तक मेट्रो का पहला कॉरिडोर 14 किमी लंबा है। इसमें साढ़े सात किमी अंडरग्राउंड ट्रैक होगा। दो टनल बोङ्क्षरग मशीन से इसकी खोदाई चल रही है। जल्द ही सिकंदरा तिराहा से खंदारी तक एलिवेटेड ट्रैक का काम चालू होने जा रहा है। आगरा कैंट से काङ्क्षलदी विहार तक एलिवेटेड ट्रैक का टेंडर हो चुका है।

मार्च के फस्र्ट वीक में पीएम दिखाएंगे ग्रीन फ्लैग
19 व 20 फरवरी को इंस्पेक्शन के बाद सीएमआरएस की टीम की ओर से रिपोर्ट बनाकर सबमिट की जाएगी। ये रिपोर्ट कई मंत्रालय से होकर गुजरती है। ऐसे में इस प्रक्रिया में 8 से 10 दिन का समय लग सकता है। सीएमआरएस रिपोर्ट में हरी झंडी मिलने के बाद ही मेट्रो का ऑपरेशन शुरू हो सकता है। ऐसे में मार्च के फस्र्ट वीक में मेट्रो का संचालन आम लोगों के शुरू होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेट्रो इनॉग्रेशन कर सकते हैं।

मेट्रो पर नजर
लंबाई
30 किमी

प्रायोरिटी कॉरिडोर
6 किमी

प्रायोरिटी कॉरिडोर के स्टेशंस
एलिवेटिड
- ताज पूर्वी गेट
- बसई
- फतेहाबाद रोड
अंडरग्राउंड
- ताजमहल
- आगरा किला
- मन:कामेश्वर मंदिर