- अगस्त में भी नहीं खुला ताज और अन्य स्मारक

- आगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री को ताज खुलने का इंतजार

आगरा। ताजमहल सहित अन्य मॉन्यूमेंट्स को खुलने के लिये अभी और इंतेजार करना होगा। कोरोनावायरस के कारण जिलाधिकारी प्रभु एन। सिह ने कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ताज सहित अन्य मॉन्यूमेंट्स को बंद रखने का ही निर्णय लिया है। पिछले पांच महीनों से ताज बंद पड़ा है और इसके साथ ही आगरा का टूरिज्म भी लॉक पड़ा है। इससे आगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री का हाल खस्ता होता जा रहा है। इससे टूरिज्म इंडस्ट्री के लोग मायूस हैं। उनका कंसर्न है कि टूरिज्म इंडस्ट्री को पटरी पर लाने के लिये कोई विशेष योजना पर भी विचार नहीं किया जा रहा है।

हो रहा कोरोड़ो का नुकसान

आगरा का टूरिज्म बंद होने से हजारों लोगों के रोजगार ठप पड़े हुए हैं। टूरिज्म इंडस्ट्री को भी इस वक्त करोड़ों का नुकसान हो रहा है। अब आलम यह कि कभी न रुकने वाली टूरिज्म इंडस्ट्री पूरी तरह से बंद पड़ी हुई है। युवा टूरिज्म में अपना कैरियर बनाते हैं क्योंकि आगरा के टूरिज्म में असीम संभावना है। लेकिन आज उन्हें सैलरी मिलना भी मुश्किल हो गया है। इस वक्त टूरिज्म से जुड़ा हर व्यक्ति चाहे वह होटल मालिक हो, हॉस्पैटिलिटी में काम करने वाला व्यक्ति हो या ताज के आसपास तांगा चलाने वाला व्यक्ति हो। इस वक्त सबके मन में एक ही सवाल है कि च्कब होगा टूरिज्म अनलॉक.ज् टूरिज्म इंडस्ट्री की इस व्यथा को देखते हुए दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने इसके लिये च्कब होगा टूरिज्म अनलॉकज् कैंपेन की शुरुआत की है। इसमें बंद पडे़ टूरिज्म की समस्या को आपके सामने लाया जाएगा।

आगरा में आते हैं लाखों टूरिस्ट्स

आगरा में ताजमहल है, मोहब्बत की वो निशानी जिसे देखने के लिए दुनियांभर लोग यहां आते हैं। अनुमान लगाया जाए तो यहां पर सालभर में तीन लाख से ज्यादा टूरिस्ट्स शिरकत करते हैं। लेकिन अब कोरोनावायरस के कहर के बाद पूरी दुनियां में कोई भी ट्रैवल करने से बच रहा है। अब पूरी दुनियां कोरोनावायरस के इंफेक्शन से बचने के लिए कम से कम ट्रैवल करेगी। लोगों के पास मंदी के कारण अब इतने पैसे भी शायद नहीं हो कि वे अब कहीं वेकेशन मनाने के बारे में सोच सकें। इसलिए आगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री को दोबारा से पटरी पर आने में वक्त लगेगा।

टूरिज्म इंडस्ट्री से मिलता कई सेक्टर्स को रोजगार

आगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री से कई छोटे-बड़े धंधे जुड़ हुए हैं। होटल, रेस्टोरेंट्स, ट्रैवल एजेंसीज, फोटोग्राफर्स, टूर ऑपरेटर्स, हैंडीक्राफ्ट, गाइड्स ये सभी आगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े वे सेक्टर हैं जिनसे हजारों लोगों को रोजगार मिलता है। अब जब तक हालात फिर से सामान्य नहीं हो जाते हैं तबतक टूरिज्म से जुड़े ये सभी सेक्टर्स ठप ही रहेंगे।

होटल इंडस्ट्री के लिए बड़ी मुसीबत

होटल इंडस्ट्री के लिए आने वाले वक्त में नई चुनौतियां हैं। अब होटल्स के लिए नई गाइडलाइन जारी हो गई हैं, अब होटल्स को अपने कस्टमर्स के लिए सुरक्षित माहौल भी देना होगा। इस सब में काफी पैसा खर्च करना पड़ेगा। इसके साथ ही अब होटल्स में ज्यादा लोगों की गैदरिंग एक साथ नहीं हो सकेगी। होटल्स में कर्मचारियों के लिए भी सुरक्षा के इंतजाम करने होंगे। ये सभी चीजें होटल इंडस्ट्री के नई चुनौती साबित होंगी। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के राकेश चौहान बताते हैं कि अब होटलों में खर्च बढ़ जाएगा। रेस्टोरेंट्स के लिए भी नई चुनौतियां रहेंगी। अब रेस्टोरेंट्स में भी लोग बैठ नहीं सकते हैं केवल रूम सíवस की ही अनुमति है। खाना बनाने के लिए भी नए सुरक्षा और हाइजीन के मानकों का उपयोग करना होगा। मंदी के कारण अब लोग रेस्टोरेंट्स की ओर कम आकíषत हो रहे हैं।

वर्जन

अगस्त में भी टूरिज्म के लिये कोई जगह नहीं मिली है। इससे टूरिज्म व्यवसाईयों में निराशा है। उनका लंबे समय से व्यपार ठप पड़ा हुआ है। इस वक्त होटलों और रेस्टोरेंट के कर्मचारियों को सैलरी देना भी मुश्किल हो रहा है।

-राकेश चौहान, प्रेसीडेंट, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन

इस वक्त सबसे बड़ी मार गाइड के ऊपर पड़ी है। उसकी जीविका का साधन टूरिस्ट ही है। लेकिन टूरिज्म इस वक्त पूरी तरह से बंद है और टूरिस्ट आ नहीं रहा है। टूरिज्म को शुरू किया जाए तो टूरिस्ट आना शुरु हो और गाइड को जीविका चलाने का रास्ता खुले, टूरिज्म अनलॉक हो।

-संजय शर्मा, अप्रूव्ड गाइड फेडरेशन ऑफ इंडिया

कोरोना के कारण इस वक्त पूरी इंडस्ट्री ठप है। टूरिज्म से जुड़े लोग अभी भी निराश हैं। अन्य व्यापारियों को व्यापार करने का मौका मिल रहा है। लेकिन टूरिज्म इंडस्ट्री के बारे में सोचा भी नहीं जा रहा है। टूरिज्म को अनलॉक करने के लिये एक विशेष प्लान लाने की जरूरत है।

-संदीप अरोरा, टूरिज्म डेपलपमेंट फाउंडेशन