आगरा ( ब्यूरो)। शहर में एयर पॉल्यूशन के कारण हालात गंभीर बने हुए हैैं। कई दिनों से शहर की हवा में जहरीले कण तैर रहे हैैं। इससे शहर के लाखों लोगों की सेहत प्रभावित हो रही है। हवा में पीएम 2.5 कणों की मात्रा अधिक है। यानि कार्बन के कणों की संख्या ज्यादा है। इसके पीछे एक वजह वाहनों का पॉल्यूशन अधिक होना भी है। शहर में 1.09 लाख अनफिट वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैैं। हवा में कार्बन सहित अन्य जहरीली गैसों को फैला रहे हैैं।

29 सीरीज के वाहनों का पंजीकरण निरस्त
आरटीओ ने वर्ष 2018-19 में इन वाहनों के पंजीकरण को समयावधि पूर्ण होने के चलते निरस्त कर दिया है। मार्च 2006 से पहले खरीदे गए और 15 साल या इससे अधिक पुराने यूपी 80 एडी सीरीज तक के एक लाख 64 हजार वाहनों के पंजीकरण को आरटीओ द्वारा निरस्त कर दिया गया है। एआरटीओ एके सिंह ने बताया कि पहले 70 हजार वाहनों को नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद 24 जुलाई 2020 को विज्ञप्ति जारी कर 1.09 लाख वाहनों के पंजीकरण को निरस्त कर दिया गया है।

जुगाड़ से चल रहे वाहन
पुराने हो चुके वाहनों को लोग जुगाड़ से चला रहे हैैं। इसमें नकली पाट्र्स लगवाकर लोग इन वाहनों को खूब सड़कों पर दौड़ा रहे हैैं। ये वाहन खूब धुआं छोड़ रहे हैैं और वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैैं। मोटर मैकेनिक राजू बताते हैैं कि पुराने वाहनों के पाट्र्स खराब हो जाते हैैं। इसमें नकली पाट्र्स लगवाकर लोग चलाते तो हैैं, लेकिन ये और ज्यादा पॉल्यूशन फैलाते हैैं। कमिश्नर अमित गुप्ता भी शहर में पुराने वाहनों के दौडऩे पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दे चुके हैैं, लेकिन फिर भी इन वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके बावजूद ये वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैैं और वातावरण को खराब कर रहे हैैं। इससे शहरवासियों की सेहत पर असर पड़ रहा है। लेकिन इन वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

शहर में बढ़ता जा रहा है एयर पॉल्यूशन
आगरा में एयर पॉल्यूशन का लेवल लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को भी शहर में एक्यूआई (एयर क्वॉलिटी इंडेक्स) 237 रहा। बीते 15 दिनों से आगरा की हवा लगातार खराब स्थिति में रह रही है। इससे पहले आगरा में एक्यूआई लगभग 500 के पास तक पहुंच गया था।

आवास विकास सबसे प्रदूषित
गुरुवार को आगरा में सबसे ज्यादा प्रदूषित एरिया आवास विकास रहा। उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा आवास विकास सेक्टर-3 बी लगाए सयंत्र में आए डाटा के अनुसार एक्यूआई 270 रहा। संजय प्लेस और शास्त्रीपुरम में एक्यूआई 257 रही। शाहजहां गार्डन में एक्यूआई 248 रही। सबसे कम प्रदूषण मनोहरपुर में रहा, यहां 214 एक्यूआई रहा।

बुधवार को रहा एक्यूआई
आवास विकास- 270
संजय प्लेस- 257
शास्त्रीपुरम- 257
शाहजहां गार्डन- 248
मनोहरपुर- 214

' शहर में एयर पॉल्यूशन का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पुराने वाहनों को रोकने के लिए प्रशासन को विशेष कदम उठाने चाहिए.'
दीपक अग्रवाल

' इतनी बड़ी संख्या में पुराने वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैैं। इन पर रोक लगानी चाहिए। ये प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे हैैं.'
अमित सक्सेना

'2018-19 में आरटीओ द्वारा 15 साल से पुराने 1.09 लाख वाहनों के पंजीकरण को निरस्त कर दिया गया है.'
-एके सिंह, एआरटीओ