आगरा(ब्यूरो)। सर्दी में मच्छरों से राहत मिल जाती है। तापमान कम होने पर तीन महीने तक लार्वा सुप्त अवस्था में रहता है। जैसे ही तापमान 20 डिग्री से ऊपर पहुंचने लगता है लार्वा से एडल्ट मच्छर बनने लगते हैं। सुबह के साथ ही दिन का तापमान बढऩे से मच्छरों का प्रकोप बढऩे लगा है। शाम से ही मच्छर भिनभिनाते लगते हैं। घनी बस्तियों में मच्छरों का प्रकोप अधिक है। मस्किटो क्वॉइल से भी मच्छर नहीं भाग रहे हैं। रात में लोगों की नींद टूट रही है। साथ ही मच्छरों के काटने से शरीर पर दाने निकल रहे हैं। कांटेक्ट डर्मेटाइटिस से खुजली हो रही है।

बढ़ रही है ओपीडी
एसएन मेडिकल कॉलेज के चर्म रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ। यतेंद्र चाहर ने बताया कि शरीर पर दाने और खुजली की समस्या के साथ मरीज आ रहे हैं। यह मच्छरों के काटने से होने वाली एलर्जी के कारण हो रहा है। इसे ठीक होने में समय लगता है। अच्छी बात यह है कि मलेरिया और डेंगू के केस नहीं आ रहे हैं। सीएमओ डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मच्छरों के काटने से अभी बीमारी नहीं फैल रही है। मच्छरों के प्रकोप को कम करने के लिए घर और बाहर पानी का भराव न होने दें। जिन क्षेत्रों में ज्यादा मच्छर हैं वहां फाङ्क्षगग कराई जाएगी।

डास से लेकर पतंगे वाले मच्छर
मच्छरों की 200 प्रजातियां हैं। इसमें से यहां इस मौसम में एनाफिलीज (मलेरिया फैलाने वाला मच्छर) ज्यादा है। इसे आम बोलचाल में डास भी कहते हैं। यह बड़े आकार का काले रंग का मच्छर होता है। क्यूलेक्स मच्छर सामान्य और एडीज मच्छर का आकार छोटा होता है। यह साफ पानी में पनपता है और पतंगे की तरह दिखाई देता है।

मच्छर काटने के बाद आपके भी निकलते हैं लाल दानें
मच्छर काटने के बाद क्या आपके भी लाल दाने निकलते हैं, खुजली और जलन भी होती है तो आपको घर पर यह उपाय करने चाहिए। आइस पैक मच्छर काटने से अगर आप सूजन हो गई है, तो इसे कम करने के लिए प्रभावित जगह पर बर्फ लगा सकते हैं।
एलोवेरा
शहद
बेकिंग सोडा
एप्पल साइडर विनेगर भी लगा सकते हैं।

डाइट में यह करें शामिल तो कम काटेंगे मच्छर
अगर आप अपनी डाइट में थोड़ा सा बदलाव करते हैं तो आपको भी कम मच्छर काटेंगे।
प्याज और लहसुन
एप्पल साइडर विनेगर
काली मिर्च
लेमनग्रास

तीन से चार दिन में ठीक होते हैं दाने
अधिकांश लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता न्यूनतम होती है। ऐसे में मच्छर काटने पर 20 मिनट के भीतर उन्हें छोटे, गुलाबी, खुजली वाले दाने दिखाई देते हैं। खुजली आमतौर पर 24-48 घंटों के भीतर चरम पर होती है। आमतौर पर दंश तीन से चार दिनों में ठीक हो जाता है। इसे पूरी तरह ठीक होने में एक सप्ताह तक का समय लग सकता है।

मच्छर के कारण हर साल 10 लाख से अधिक मौतें फिर भी वैज्ञानिक इन्हें बचाने में क्यों जुटे हैं?
वल्र्ड मस्किटो प्रोग्राम की रिपोर्ट कहती है कि हर साल मच्छरों के कारण 10 लाख से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। पर बड़ा सवाल है कि दुनिया से मच्छर पूरी तरह से खत्म हुए तो क्या होगा, जानिए मच्छरों से कितना फायदा और नुकसान हो रहा। वल्र्ड मस्किटो प्रोग्राम की रिपोर्ट कहती है कि हर साल 70 करोड़ लोग मच्छरों से फैलने वाली बीमारी से जूझते हैं। इनमें से 10 लाख से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। मच्छरों के कारण डेंगू और मलेरिया जैसी कई बीमारियां और लाखों मौतें होती हैं।