-सुनवाई 14 तक टली, प्रार्थना पत्र में अपनी जान को बताया खतरा

आगरा: बांदा जेल में निरुद्ध विधायक मुख्तार अंसारी की 22 साल पुराने एक मामले में सोमवार को विशेष न्यायाधीश एमपी/एमएलए नीरज गौतम की अदालत में वीडियो कांफ्रें¨सग के माध्यम से पेशी हुई। उसके अधिवक्ता प्रकाश नारायण शर्मा ने अगली तारीख देने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। लिहाजा सुनवाई 14 सितंबर तक के लिए टाल दी गई। वहीं अंसारी की ओर से अदालत में दिए प्रार्थना पत्र में अपनी जान को खतरा बताया गया है।

1999 में सेंट्रल जेल में था निरुद्ध

मुख्तार अंसारी 1999 में सेंट्रल जेल में निरुद्ध था। उसकी बैरक से 18 मार्च, 1999 को पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों द्वारा मोबाइल व बुलेट प्रूफ जैकेट मिली थी। मामले में जगदीशपुरा थाने में अंसारी के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें अंसारी के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दाखिल की गई थी। उसके अधिवक्ता ने अदालत में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर अंसारी को उन्मोचित (डिस्चार्ज) करने का आदेश पारित करने की प्रार्थना की थी।