आगरा(ब्यूरो)। शिल्पग्राम में जनवरी, 2016 में ताज ओरिएंटेशन सेंटर का काम शुरू हुआ था। पार्किंग निर्माण का काम शुरू होने के बाद आर्किटेक्ट ने 11 पेड़ों को काटने की आवश्यकता बताई थी। पर्यटन विभाग ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर पेड़ काटने की अनुमति मांगी थी। सेंट्रल इंपावर्ड कमेटी के निरीक्षण के बाद 20 मई, 2017 को यहां काम बंद कर दिया गया था। बाद में प्रोजेक्ट को मल्टीलेवल पार्किंग तक सीमित कर दिया गया था।

स्ट्रक्चर पर असमंजस
सुप्रीम कोर्ट ने पेड़ काटने की स्वीकृति देने से पूर्व ताजमहल के संरक्षण को विजन डाक्यूमेंट मांगा था। सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद शिल्पग्राम में पेड़ काटे जा चुके हैं, लेकिन काम अब तक शुरू नहीं हो सका है। इसकी वजह नौ करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया पार्किंग का स्ट्रक्चर है। पुराने स्ट्रक्चर पर ही पार्किंग का निर्माण किया जाए या नए सिरे से स्ट्रक्चर तैयार किया जाए, इस पर सहमति नहीं बन पा रही है। क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी दीप्ति वत्स ने बताया कि शिल्पग्राम पार्किंग के निर्माण को ईओआई इनवाइट की गई हैं। पीपीपी मॉडल में पार्किंग बनाने वाला ही उसके संचालन की व्यवस्था देखेगा।

यूनिटी मॉल व डिजिटल म्यूजियम का भी प्रस्ताव
शिल्पग्राम में उद्योग विभाग का यूनिटी मॉल बनाने का प्रस्ताव है, जिसमें प्रदेश भर के एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल उत्पादों को स्थान मिलेगा। पर्यटन विभाग का भी यहां डिजिटल म्यूजियम बनाने का प्रस्ताव है। डिजिटल म्यूजियम में ताजमहल के साथ ही जिले के अन्य पर्यटन स्थलों की जानकारी पर्यटकों को मिलेगी।