- टीम पर पथराव, कई गाडि़यों के शीशे चकनाचूर

- मुगल रोड के करबला और बसंत विहार में डेयरी हटाने गई थी टीम

- पथराव में दोनों ओर से आधा दर्जन हुए चोटिल, 5 पुलिस हिरासत में

आगरा। डेयरी हटाने गई नगर निगम की टीम पर हमला बोल दिया गया। पथराव से भगदड़ मच गई। 5 गाडि़यों के शीशे चकनाचूर हो गए, जिसमें सहायक नगर आयुक्त की गाड़ी को भी नुकसान पहुंचा। इस दौरान दोनों ओर से आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घटना की सूचना पर थाना न्यू आगरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। नगर निगम के वेटनरी ऑफिसर योगेन्द्र शर्मा ने थाना न्यू आगरा में आरोपियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने और तोड़फोड़ करने की तहरीर दी है।

तबेले को हटाने पर भड़के, किया पथराव

घटना मंगलवार दोपहर पौने तीन बजे की है। सहायक नगर आयुक्त अनुपम शुक्ला और वेटनरी ऑफिसर योगेन्द्र शर्मा एक शिकायत पर मुगल रोड स्थित करबला से अतिक्रमण और तबेला हटाने पहुंचे। उनके साथ सफाई निरीक्षक आदित्य पांडे, ड्राइवर भरत सिंह, वारिस व टीम में टास्क फोर्स भी शामिल थी। करबला में अतिक्रमण हटाने के बाद टीम भैसों की डेयरी हटाने पहुंची। यह डेयरी कलुआ, खिल्लू पुत्र शेरा निवासी करबला की थी। बाड़े में 32 भैंस बंधी हुई थी। आगे कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। स्थानीय लोगों की कंप्लेन थी कि भैंसों की वजह से गंदगी रहती है। साथ ही नालियां चौक हो जाती हैं। इस पर नगर निगम की टीम ने डेयरी संचालक पर 30 हजार का जुर्माना कर दिया। उन्होंने 30 हजार रुपये जुर्माना देकर रसीद ले ली।

भैंसों को लेकर जाने पर हुआ विवाद

इसके बाद वेटनरी ऑफिसर ने कहा कि डेयरी कब तक हट जाएगी। ये लिखकर दो। नहीं तो यहां से भैसों को हटाओ। इसी बात को लेकर नोकझोंक हो गई। जब नगर निगम की टीम ने अपने कैटल कैचर गाड़ी में भैसों को ले जाना चाहा, तो पथराव शुरू हो गया। पथराव होते ही भगदड़ मच गई। आक्रोशित डेयरी संचालक के परिजनों ने कंस्ट्रक्शन मकान के सामने से पथराव कर 5 गाडि़यों के शाीशे चकनाचूर कर दिए। इसमें सहायक नगर आयुक्त अनुपम शुक्ला की भी गाड़ी भी शामिल है। घटना की सूचना मिलते ही थाना न्यू आगरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पांच लोगों को मौके से हिरासत में ले लिया।

बसंत विहार में वसूला जुर्माना

अग्रसेन सेवा सदन के पास बसंत विहार से अतिक्रमण हटाया गया। यहां पर भैसों के 4-5 तबेला चल रहे थे। इस बारे में नगर निगम के वेटनरी ऑफिसर ने बताया कि यहां पर आठ-नौ महीने पहले इन तबेलों को बंद कराया जा चुका है। इसमें 133 पर कार्रवाई हो चुकी है। उसके बाद भी तबेले संचालित किए जा रहे थे। यहां से भी 15 हजार का जुर्माना वसूला गया। तबेला को हटाने के लिए लिखित में लिया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान कुल 1 लाख 34 हजार 500 रुपये का जुर्माना वसूला गया।