गंगाजल प्रोजेक्ट
- जल निगम शुरू करने जा रहा है गहरी खोदाई, जीवनी मंडी वाटरवर्क्स से जुड़ेगी गंगाजल लाइन
- एक महीने तक तक जीवनी मंडी वाटरवर्क्स चौराहा के पास रहेगी दिक्कत
आगरा। गंगाजल की पाइप लाइन को जीवनी मंडी से जोड़ने का काम शनिवार से शुरू होने जा रहा है। इससे जीवनी मंडी से लंगड़े की चौकी सर्विस रोड पर भारी वाहनों की नो एंट्री रहेगी। यहां से सिर्फ साइकिल, मोटरसाइकिल और कार गुजर सकेंगे। पाइप लाइन जोड़ने का काम एक माह तक चलेगा। जीवनी मंडी फ्लाईओवर के नीचे जाम न लगे, इसके लिए सिपाहियों की तैनाती की जा रही है।
लाइन को वाटरवर्क्स से जोड़ना बाकी
आगरा शहर की प्यास बुझाने के लिए बुलंदशहर से कैलाश मंदिर तक 130 किमी लंबी पानी की लाइन बिछाई गई है। गंगाजल प्रोजेक्ट के तहत बिछी एक लाइन सिकंदरा और दूसरी जीवनी मंडी तक जा रही है। सिकंदरा वाटरवर्क्स को चालू हुए 11 महीने हो चुके हैं। पालड़ा फाल से हर दिन 345 एमएलडी गंगाजल मिलेगा जिसमें 144 एमएलडी सिकंदरा और 200 एमएलडी जीवनी मंडी को मिलेगा। जल निगम, गंगाजल इकाई ने लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया है। मुख्य पाइप लाइन को जीवनी मंडी वाटरवर्क्स से जोड़ना बाकी है।
ट्रेंचलेस तकनीक से होगा कार्य
यह कार्य ट्रेंचलेस तकनीक से किया जाएगा। यानी लंगड़े की चौकी सर्विस रोड से लेकर वाटरवर्क्स तक तीन स्थलों पर नौ-नौ मीटर के गहरे गड्ढे खोदे जाएंगे। मशीन की मदद से पाइप लाइन बिछाई जाएगी। परियोजना प्रबंधक आरके पंकज ने बताया कि शनिवार से लाइन बिछाने का काम शुरू होगा। 1600 एमएम की लाइन को बिछाने का कार्य 30 दिसंबर तक चलेगा।
पुराने शहर में नहीं होगी पानी की किल्लत
जीवनी मंडी वाटरवर्क्स की क्षमता 225 एमएलडी है। वर्तमान में यमुना नदी में सालभर पानी की किल्लत रहती है। इससे सभी पंप पूरी क्षमता से नहीं चल पाते हैं, जबकि गंगाजल की आपूर्ति शुरू होने से 200 एमएलडी गंगाजल और 25 एमएलडी यमुना जल की आपूर्ति होगी। इससे पुराने शहर को आसानी से पानी मिल सकेगा।
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यूं गुजरेगा ट्रैफिक
- जीवनी मंडी चौराहे से लंगड़े की चौकी की ओर भारी वाहन नहीं जा सकेंगे।
- लंगड़े की चौकी से जीवनी मंडी चौराहे तक हल्के या फिर भारी वाहन नहीं गुजर सकेंगे।
- यमुना नदी के नए पुल या फिर जवाहर पुल से आने वाले वाहन वाटरवर्क्स फ्लाईओवर से होकर गुजर सकेंगे।
- रोडवेज बस फ्लाईओवर के नीचे से होकर यू-टर्न ले सकेंगी।
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