- 15 से 25 फीसद वाहन टोल प्लाजा से बिना फास्टैग गुजर रहे

आगरा: टोल प्लाजा पर बर्बाद होने वाले समय को घटाने के लिए फास्टैग भले ही दो दिन पूर्व अनिवार्य हो चुका है, लेकिन विभिन्न टोल प्लाजा की कैशलेन पर अभी भी भार है। 15 से 25 फीसद वाहन बिना फास्टैग के गुजर रहे हैं, जिससे पर्यावरण प्रदूषण घटाने के प्रयासों को भी झटका लग रहा है।

15 फरवरी की रात 12 बजे से वाहनों पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। बिना फास्टैग गुजरने वाले वाहनों से दोगुना टोल टैक्स लिया जा रहा है, इसके बाद भी खासा अंतर नहीं आया है। टोल प्लाजा के निकट स्थित बूथ पर फास्टैग के नियम, कैसे बनता है आदि के बारे में जानकारी लेने तो कई वाहन स्वामी पहुंचते हैं, लेकिन बनवाते आधे भी नहीं है। कैशलेन से पूरे दिन वाहन गुजरते रहे, तो कई बार लंबी लाइन भी लगी।

ये रहा 48 घंटे में गुजरने वाले वाहनों का आंकड़ा

फास्टैग अनिवार्य होने के बाद कोरई टोल प्लाजा से 48 घंटे में 27157 वाहन गुजरे। इनमें से 3532 वाहन बिना फास्टैग वाले थे, जिनसे दोगुना टैक्स वसूला गया है। वहीं, 830 वाहन वीआइपी या सरकारी थे। वहीं, जाजऊ टोल प्लाजा से फास्टैग अनिवार्यता के बाद गुरुवार दोपहर 12 बजे तक 31200 वाहन गुजरे, जिसमें से 24520 पर ही फास्टैग था। वहीं, 3480 वाहन कैशलेन से गुजरे। तीन हजार वाहन निश्शुल्क निकले। रायभा टोल से गुजरने वाले वाहनों में भी 10 फीसद बिना फास्टैग के थे। यमुना एक्सप्रेस-वे पर फास्टैग की अनिवार्यता नहीं है। यहां सभी वाहन कैशलेन से गुजर रहे हैं। लखनऊ एक्सप्रेस-वे टोल प्लाजा से भी प्रतिदिन 25 से 30 फीसद वाहन बिना फास्टैग के गुजर रहे हैं। एक्सप्रेस-वे पर कैशलेन से गुजरने वाले वाहनों से भी दोगुना टोल टैक्स नहीं लिया जा रहा है।

ऐसे बनवा सकते हैं फास्टैग

फास्टैग बनवाने की अलग-अलग प्रक्रिया हैं। इसको कुछ सरकारी एवं निजी बैंक से बनवाया जा सकता है। निजी बैंकों द्वारा अपने प्रतिनिधि टोल प्लाजा, कुछ पेट्रोल पंप पर तैनात कर प्रक्रिया को कराया जा रहा है। बनवाने का शुल्क तो लगभग 100 रुपये हैं, लेकिन विभिन्न बैंक, ई-वालेट की योजना अलग-अलग हैं। एक ई-वालेट 500 रुपये में फास्टैग बना रहा है। इसमें 150 रुपये बैलेंस मिलता है, जबकि 250 रुपये सिक्योरिटी जमा कर ली जाती है। बचे हुए 100 रुपये को फीस माना जा सकता है।

अनिवार्य होने के बाद फास्टैग बनवाने वालों की संख्या बढ़ी है। 10 फीसद से अधिक वाहन अभी भी बिना फास्टैग के गुजर रहे हैं।

मनीष रंजन, प्रबंधक, कोरई टोल प्लाजा

फास्टैग की जानकारी ली है, जल्द ही बनवा लिया जाएगा। कार लेकर लंबी दूरी पर जाना कम होता है, इसलिए अभी बनवाया नही है।

अर¨वद, वाहन स्वामी, रायभा टोल प्लाजा

एक दिन कैशलेन में काफी देर खड़ा रहा था, उसी दिन फास्टैग बनवा लिया था। इससे समय की बचत होती है।

बलवीर सिंह, वाहन स्वामी, कोरई टोल प्लाजा