आगरा(ब्यूरो)। श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के निर्देश पर शुरूआती तौर पर मेडिकल ऑफिसर्स के लिए जियो फेंसिंग एप से अटेंडेंस की सुविधा को शुरू किया गया है। यदि यह सफल रहा तो आगे अन्य कर्मचारियों के लिए भी यही प्रणाली शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर मेडिकल ऑफिसर्स के लिए लागू की गई है। इसमें सभी मेडिकल ऑफिसर्स के मोबाइल में जियो फेंसिंग एप इंस्टॉल किए जाएंगे। वह एप के जरिए अपनी अटेंडेंस दर्ज करेंगे। इसमें उनकी लोकेशन भी शामिल होगी। उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से लैपटॉप में सभी मेडिकल ऑफिसर्स की लोकेशन को भी चेक किया जा सकेगा। इससे पता चल सकेगा कि मेडिकल ऑफिसर कितनी देर स्वास्थ्य केंद्र पर हैैं। मेडिकल ऑफिसर्स को इन और आउट दोनों समय पर ऑनलाइन पंचिंग करनी होगी।

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने किया था रियलिटी चेक
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने मरीजों की इस समस्या को प्रमुखता से प्रिंट किया था। बीते 25 अक्टूबर को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने ताजनगरी के कुछ स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर रियलिटी चेक किया था। कई केंद्रों पर डॉक्टर्स नहीं मिले थे। जबकि मरीज डॉक्टर साहब के आने का इंतजार कर रहे थे, कि डॉक्टर साहब आएं तो उनको उपचार मिल पाए। चीफ मेडिकल ऑफिसर ने इस खबर का संज्ञान लेकर भविष्य में नई योजना बनाने की बात कही थी। इसके बाद शासन ने भी खबर का संज्ञान लिया और जियो फेंसिंग एप से मेडिकल ऑफिसर्स की अटेंडेंस के आदेश लागू किए।

गलत लोकेशन देने पर होगी कार्रवाई
सीएमओ डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जियो फेंसिंग एप में अटेंडेंस के दौरान गलत लोकेशन या अनुपस्थिति होने पर मेडिकल ऑफिसर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

क्या है जियो फेंसिंग एप? जियो फेंसिंग एप एक लोकेशन बेस्ड एप है। यह ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस), रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) और सेल्युलर डाटा की मदद से चलता है। इससे कर्मचारियों को ऑनलाइन ट्रैक और ऑनलाइन अटेंडेंस हासिल की जा सकती हैैं।

मरीजों को होगा फायदा
इस सुविधा के बाद में मरीजों को काफी फायदा होगा। अब डॉक्टर्स समय पर मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों पर मिल सकेंगे, ताकि वह समय से उपचार कर सकें। खंदारी क्षेत्र निवासी दीपक कुमार ने बताया कि उनके क्षेत्र में स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर साहब लेट पहुंचते थे। ऐसे में उन्हें दवा लेने जाने पर
सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मेडिकल ऑफिसर्स के लिए जियो फेंसिंग एप से अटेंडेंस प्रणाली शुरू की गई है। यह कामयाब रही तो अन्य कर्मचारियों कीअटेंडेंस भी इससी से की जाएगी।

- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ
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30 प्राइमरी हेल्थ सेंटर्स हैैं आगरा में
60 हेल्थ एंड वेलनेस सेंट्र्स बनाए गए हैैं आगरा में
18 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैैं आगरा में
05 हजार से ज्यादा मरीजों को मिलता है उपचार
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