-वे¨डग एवं इवेंट इंडस्ट्री को 100 करोड़ का नुकसान

-प्रदेश सरकार के आदेश के बाद शादी वाले घरों में छाई उदासी

-वे¨डग इंडस्ट्री से जुडे़ लोगों ने एडीएम सिटी को दिया ज्ञापन

केस 1-लॉकडाउन के चलते मेहमानों को इकट्ठा नहीं कर पाएंगे। इसलिए बेटे की शादी को 6 माह तक टाला। किंतु यह क्या? अभी भी सिर्फ 100 मेहमान ही शादी में शामिल हो सकेंगे। 25 नवंबर को शहर के एक बड़े फार्म हाउस की बुकिंग और 200 लोगों की दावत का बंदोबस्त। कमला नगर के विवेक सिंह अब खासे परेशान नजर आ रहे हैं। बेटे की शादी पर होने वाला ज्यादातर खर्च ठिकाने लग चुका है। शादी में शामिल होने के लिए 200 लोगाें में कार्ड बांट दिया, अब किसे मना करें।

केस 2-फतेहाबाद रोड स्थित मैरिज होम संचालक को बड़ी बेसब्री से सहालग का इंतजार था। एक साल से बंद पड़े मैरिज होम के ताले खुलने का समय आया तो सरकार का फरमान आ गया। क्या करें? सहालग के चलते लेवर और कारीगर बुला लिए। वहीं शनिवार को फरमान आने के बाद बुकिंग का स्टीमेट चेंज होने लगा। लोग 200 की दावत को 100 में कनवर्ट करा रहे हैं। सोच रहे थे कि काम चल निकलेगा, यहां तो फिर फांके पड़ने की नौबत आ रही है।

आगरा: एक-दो नहीं सैकड़ों परिवारों की ताजनगरी में प्रदेश सरकार के फरमान के साथ ही धड़कन बढ़ गई। सहालग का सीजन शुरू होने की उम्मीद में बैठी वेडिंग एवं इवेंट इंडस्ट्री में मायूसी छा गई। वहीं रेडीमेड कारोबार, मिठाई-हलवाई भी निराश है। लॉकडाउन के बाद ही पहली सहालग से सभी उम्मीद बांधे बैठे थे कि एकाएक सरकार के फरमान से निराशा मिली है। शादी समारोह में मेहमानों की संख्या 100 सीमित करने के सरकार के निर्णय से सैकड़ों परिवार और कारोबारी परेशान हैं। कुछ दिन बाद शादी है और कार्ड भी बंट गए हैं, अब किसे मना करें और किसे हां? वहीं, वे¨डग इंडस्ट्री को भी झटका लगा है। इस निर्णय से करीब 100 करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान है।

डीएम ने दी जानकारी

प्रदेश सरकार के इस निर्णय की जानकारी डीएम प्रभु एन सिंह ने दी। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने जनसामान्य को इस संबंध में विभिन्न माध्यमों द्वारा सरकार की मंशा से भी अवगत करा दिया। इलाका पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी की जिम्मेदारी तय कर दी गई कि अपने-अपने क्षेत्र में हो रही शादियों पर नजर रखें। 200 लोगों की संख्या घटकर 100 होने से सबसे ज्यादा असर डेकोरेशन का काम करने वाले, कैट¨रग, मैरिज हाल और बैंड-बाजे वालों पर पड़ा है। सरकार का आदेश आते ही लोगों ने कैट¨रग और डेकोरेशन वालों को फोन कर बु¨कग होल्ड कर दी है। वे¨डग इंडस्ट्री संघर्ष समिति के मनीष अग्रवाल ने बताया कि इस निर्णय के बाद वे¨डग इंडस्ट्री को 100 करोड़ रुपए का नुकसान होगा।

परेशान दिखे लोग

सरकार के निर्णय की जानकारी होते ही बैंड संचालक, कैटरिंग, डेकोरेशन और गेस्ट हाउस संचालकों के पास लोगों ने दौड़ लगा दी। वहीं लोग फोन करके भी बुकिंग को कम कराने के लिए दबाव बनाते रहे। बैंड संचालकों का कहना है कि ग्राहक उनसे पूछ रहे हैं कि क्या बैंड के सदस्यों को भी 100 लोगों में गिना जाएगा? ऐसे में वो सभी से सरकार की पूरी गाइडलाइन आने के बाद ही जबाव देने की बात कह रहे हैं। इसी तरह कैटिरंग का काम करने वालों के पास भी कई पार्टियों के फोन आए हैं। बु¨कग को लेकर रविवार को दोबारा बात करने को कहा है।

आगरा में है 2 हजार शादियां

सहालग में नवंबर-दिसंबर में 7 बडे़ मूहुर्त हैं। इस दौरान करीब 2 हजार शादियां होनी हैं। 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी पर ही शहर में करीब 1000 शादियां हैं। कई लोग ऐसे हैं जो लॉकडाउन के दौरान शादी नहीं कर पाए थे, उन्होंने नवंबर-दिसंबर में शादी की तैयारी कर ली थी। अधिकांश लोगों ने सरकार की पहली गाइडलाइन के अनुसार मेहमानों को बुलाने के लिए निमंत्रण पत्र बांट दिए हैं।

---

एडीएम सिटी को दिया ज्ञापन

वे¨डग इंडस्ट्री संघर्ष समिति की ओर से शादी समारोह में 100 लोगों की संख्या करने के निर्णय से होने वाले नुकसान को लेकर एडीएम सिटी प्रभाकांत अवस्थी को ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार दोबारा 200 लोगों की अनुमति का आदेश दोबारा लागू किया जाए। सरकार के नए आदेश से मांगलिक और वैवाहिक आयोजन से जुडे़ व्यापारियों को बहुत नुकसान होगा। सभी व्यापारी मांगलिक कार्यक्रम में कोविड गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करेंगे। इस अवसर पर सुनील शर्मा, भरत शर्मा, मनीष अग्रवाल, आशीष बंसल, निशांत जैन, तरुण अग्रवाल आदि उपस्थित थे।

---

इनडोर और आउटडोर कार्यक्रम के अलावा अब शादी समारोह में 100 लोगों की गेथरिंग को ही परमीशन है। इस संबंध में सभी को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। प्रदेश सरकार के निर्देश पर आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।

-प्रभु एन सिंह, जिलाधिकारी, आगरा